साल 2018 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने तय हुए हैं। यहां प्रमुख मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) में होगा। यहां कांग्रेस ने पहला कदम उठाते हुए वरिष्ठ नेता कमल नाथ को चुनाव प्रभारी बनाया है। Read More
मध्य प्रदेश में 2003 से भाजपा की सरकार है। यहां प्रमुख मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) में होगा। प्रदेश की 230 सदस्यों वाली विधानसभा के लिये चुनाव 28 नवंबर को होंगे। ...
टिकट ना मिलने से शुक्ला अपनी पार्टी से नाराज हो गए। जिसके बाद उन्होंने पत्नी श्रीमती अंजली शुक्ला को निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव में लड़ने का ऐलान कर दिया है। ...
मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ में 66 विधानसभा सीटें हैं। अभी 54 पर भाजपा काबिज है। सत्ता का रास्ता इसी अंचल से होकर गुजरेगा। आदिवासी पट्टी में भाजपा को हार का डर है। ...
कांग्रेस ने अबतक कुल 213 प्रत्याशियों का ऐलान किया है। बुधवार को घोषित किए गए उम्मीदवारों में, कांग्रेस ने रमेश दुबे को भिंड, प्रवीण पाठक को ग्वालियर दक्षिण, प्रीति अग्निहोत्री को इंदौर-1 और सुरजीत सिंह चड्ढा को इंदौर-4 से अपना प्रत्याशी बनाया है। ...
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में गठबंधन कर अपना प्रत्याशी मैदान में उतारा है। राकांपा ने यह गठबंधन समाजवादी पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ किया है। ...
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर और पूर्व मंत्री सरताज सिंह को लेकर यह सवाल इसलिए खड़ा हो रहा है क्योंकि प्रदेश भाजपा का नेतृत्व यानी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दोनों को विधानसभा चुनाव के मैदान में टिकट न देने पर अड़े हुए हैं। ...