अजित पवार का जन्म 22 जुलाई, 1959 को महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में हुआ। अजित पवार एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के बड़े भाई अनंतराव पवार के बेटे हैं। उनके पिता वी शांताराम के राजकमल स्टूडियो में काम करते थे। अजीत पवार अपने चाचा के नक्शेकदम पर चलते हुए राजनीति में आए। राजनीति में वह एक राजनेता से आगे बढ़ते हुए महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री बने। वह अपने चाहने वालों और जनता के बीच दादा (बड़े भाई) के रूप में लोकप्रिय हैं। Read More
भाजपा सरकार बनाने में एनसीपी नेता धनंजय मुंडे ने बेहद अहम भूमिका निभाई है। शनिवार सुबह राजभवन में जब देवेंद्र फड़नवीस सीएम व अजित पवार डिप्टी सीएम पद की शपथ ले रहे थे, तब वहां एनसीपी नेता धनंजय मुंडे भी मौजूद थे। ...
पिछले कुछ सालों में भारतीय राजनीतिक दलों के बीच ऐसे गठबंधन हुए हैं जिन्हें लगभग असंभव माना जाता था। कश्मीर में बीजेपी ने पीडीपी से, यूपी में सपा ने बसपा से और बिहार ने जदयू ने राजद से जब हाथ मिलाया था तो लोग हैरान तो हुए लेकिन अपने-अपने दलों से वफादा ...
केंद्रीय पशुपालन, दुग्धोत्पादन एवं मत्स्य मंत्री ने पत्रकारों से कहा, ‘‘देश ने यह देखा है कि भाजपा ने (महाराष्ट्र में) 105 सीटें जीती हैं... बालासाहेब ठाकरे ने कहा था कि लोकतंत्र में किसी पार्टी के पास अगर अधिक संख्याबल है तो मुख्यमंत्री पद उसे ही मि ...
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिये भाजपा से हाथ मिलाने के अजित पवार के फैसले को शनिवार को ‘‘अनुशासनहीनता’’ करार दिया। मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक अतुल बेनके ने कहा कि मैं शरद पवार जी के साथ हूं। हम सब स ...
शरद पवार ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिये भाजपा से हाथ मिलाने के अजित पवार के फैसले को शनिवार को ‘‘अनुशासनहीनता’’ करार दिया। मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक अतुल बेनके ने कहा कि मैं शरद पवार जी के साथ हूं। हम सब साथ हैं। ...
उन्होंने दावा किया कि अजित पवार अकेले इस भाजपा नीत नई सरकार में शामिल हुए हैं और राकांपा का कोई अन्य विधायक इस सरकार में शामिल नहीं होगा। सिंह ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘महाराष्ट्र के महामहिम राज्यपाल महोदय (भगत सिंह कोश्यारी) से मेरे कुछ बुनियादी प्रश्न ह ...
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा है कि महाराष्ट्र में शिवसेना की हालत तो यह हो गई है कि ना खुदा मिला ही ना विसाले सनम। ना इधर के रहे ना उधर के। देवेंद्र फड़नवीस महाराष्ट्र के विकास और जनता के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री बने हैं। महार ...
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब मुख्यमंत्री को गुपचुप तरीके से शपथ दिलाई गई तो न तो बैंड-बाजा था, न ही बराती थे और...यह घटना को महाराष्ट्र के इतिहास में काले अक्षरों में लिखा जाएगा।’’ ...