महाराष्ट्र में खींचतानः शरद पवार बोले, कोई नाराज नहीं, किसको क्या मिलेगा यह तय हो चुका है
By भाषा | Published: January 2, 2020 07:23 PM2020-01-02T19:23:53+5:302020-01-02T19:23:53+5:30
शिवसेना ने दिन की शुरुआत में यह माना था कि गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं में अहम मंत्रालयों को लेकर खींचतान है। शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस सरकार 28 दिसंबर को सत्ता में आई थी। पवार ने कहा, ‘‘मंत्रालय आवंटित करने पर निर्णय ले लिया गया है। किसको क्या मिलेगा यह तय हो चुका है। मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री आज शाम या कल इसकी घोषणा कर देंगे।’’
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन में मंत्रालयों के बंटवारे से कोई नाराज नहीं है और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे गुरुवार या शुक्रवार को मंत्रियों को मंत्रालय आवंटित कर देंगे।
शिवसेना ने दिन की शुरुआत में यह माना था कि गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं में अहम मंत्रालयों को लेकर खींचतान है। शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस सरकार 28 दिसंबर को सत्ता में आई थी। पवार ने कहा, ‘‘मंत्रालय आवंटित करने पर निर्णय ले लिया गया है। किसको क्या मिलेगा यह तय हो चुका है। मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री आज शाम या कल इसकी घोषणा कर देंगे।’’
मंत्रालयों के आवंटन पर नेताओं की नाराजगी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘कोई नाराज नहीं है।’’ वहीं, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मुंबई में संवाददाताओं से कहा कि मंत्रालयों का आवंटन गुरुवार को ही कर दिया जाएगा।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि सभी जरूरी अनुमति मिल जाने पर 2022 तक डॉ. बी आर आंबेडकर का स्मारक बन जाएगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि परियोजना के लिए धन की कमी नहीं होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर 2015 में स्मारक की आधारशिला रखी थी।
अजित पवार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम 14 अप्रैल 2022 तक काम पूरा करने का प्रयास करेंगे... सरकार सुनिश्चित करेगी कि परियोजना के लिए धन की कोई कमी ना हो।’’ संविधान निर्माता आंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को होती है। आंबेडकर के स्मारक संबंधी कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए इंदु मिल परिसर के दौरे के बाद उपमुख्यमंत्री ने ये टिप्पणी की। उनके साथ महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक भी थे । अजित पवार ने कहा कि परियोजना के लिए कुछ अनुमति लेने की जरूरत है।
हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि किस तरह की अनुमति अभी लंबित है। देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने कहा था कि स्मारक का काम 2020 तक पूरा हो जाएगा। उस समय विपक्षी राकांपा और कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि स्मारक का काम धीमी गति से चल रहा है।
राज्य में बेमौसम बारिश के बारे में पूछे जाने पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण ऐसी स्थिति हुयी है और फसल के नुकसान की स्थिति में सरकार हमेशा किसानों के साथ है। उन्होंने कहा, ‘‘हालिया बारिश के कारण किसानों को हुए नुकसान का आकलन किया जाना है।’’ राज्य के मराठवाड़ा और विदर्भ क्षेत्र में बृहस्पतिवार को बारिश हुई।