कमरा नंबर 602, जिससे डरते हैं महाराष्ट्र के मंत्री, कोई नहीं है बैठने को तैयार, जानें रहस्य
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 31, 2019 01:11 PM2019-12-31T13:11:02+5:302019-12-31T13:11:02+5:30
साल 2019 में जब कृषि विभाग की जिम्मेदारी बीजेपी नेता अनिल बोंडे को दिया गया तो वह भी इसी ऑफिस पहुंचे। हालांकि अनिल बोंडे के जिम्मेदारी संभालने तक इस ऑफिस को लेकर अफवाहें उड़ने लगी थी लेकिन...
महाराष्ट्र में नई सरकार बनने के बाद सोमवार को मंत्रिमंडल विस्तार की प्रक्रिया भी पूरी हो गई है। उद्धव सरकार में मंत्रियों के शपथ लेने के बाद अब उनको विभाग बांटने की तैयारी है। इसी के साथ ही राज्य मंत्रालय के परिसर में सभी को ऑफिस देने का काम भी शुरू है। मंत्रालय की ही छठी मंजिल पर एक ऐसा केबिन भी है, जिसे कोई भी अपना ऑफिस बनाने को तैयार नहीं है। इस केबिन के बारे में कहा जाता है कि यहां बैठने वाला कोई भी शख्स अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सका है..
मुंबई में राज्य मंत्रिमंडल के आधिकारिक कार्यालय 'मंत्रालय' के 6वें फ्लोर पर 3000 वर्ग फीट जगह वाला केबिन नंबर 602 है। इस ऑफिस नंबर 602 में एक कॉन्फ्रेंस रूम, ऑफिस स्टाफ हॉल और दो बड़े केबिन हैं। हालांकि अभी तक इसे किसी को नहीं दिया गया है। जबकि पहले इस ऑफिस को महाराष्ट्र की सत्ता का पावर सेंटर माना जाता रहा है क्योंकि पहले यहां पहले यहां पर सीएम, सबसे वरिष्ठ मंत्री और मुख्य सचिव बैठते थे।
कहां से शुरु हुआ अंधविश्वास-
साल 2014 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद केबिन नंबर 602 बीजेपी के बड़े नेता और उस दौर के मंत्री एकनाथ खडसे को दिया गया था। खडसे इसी ऑफिस में बैठकर कृषि, राजस्व और अल्पसंख्यक कल्याण विभागों का कामकाज देखते थे। अपने कार्यकाल के दौरान ही दो साल बाद खडसे एक घोटाले में फंस गए, जिसके बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।
खडसे के इस्तीफे के बाद कुछ समय तक यह ऑफिस खाली रहा। बाद में इसे नए कृषि मंत्री पांडुरंग फुंडकर को दे दिया गया। दो साल बाद फुंडकर की मई 2018 में हार्ट अटैक से मौत हो गई। उसके बाद यह केबिन जून 2019 तक किसी को नहीं दिया गया।
साल 2019 में जब कृषि विभाग की जिम्मेदारी बीजेपी नेता अनिल बोंडे को दिया गया तो वह भी इसी ऑफिस पहुंचे। हालांकि अनिल बोंडे के जिम्मेदारी संभालने तक इस ऑफिस को लेकर अफवाहें उड़ने लगी थी लेकिन इस ऑफिस को लेकर लोगों का शक यकीन में तब बदलने लगा जब अनिल विधानसभा चुनाव हार गए और वहां बीजेपी की सरकार भी नहीं रही।
जब अजित पवार ने भी कर दिया इनकार-
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार जो पहले इसी ऑफिस में काम कर चुके हैं, उन्होंने भी इस ऑफिस को लेने से मना कर दिया। वहीं राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने इन अफवाहों को नकारते हुए कहा कि विभाग बंटवारे के बाद जल्द ही केबिन 602 किसी मंत्री को आवंटित कर दिया जाएगा।