चुनाव आयोग ने डीजीपी के पद से अंजनी कुमार का निलंबन रद्द किया, मतगणना के दौरान की थी रेवंत रेड्डी से मुलाकात
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 12, 2023 10:45 AM2023-12-12T10:45:36+5:302023-12-12T10:53:35+5:30
चुनाव आयोग ने तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अंजनी कुमार निलंबन तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है।
नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अंजनी कुमार निलंबन तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है। आईपीएस अंजनी कुमार को चुनाव आयोग (ईसीआई) ने पद से निलबित कर दिया था क्योंकि उन्होंने विधानसभा चुनाव का परिणाम घोषित होने से पहले कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी से मुलाकात की थी।
समाचरा वेबसाइट एनडीटीवी के अनुसार चुनाव आयोग ने तेलंगाना के सबसे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अंजनी कुमार को कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी से मुलाकात को आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन माना था। जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
डीजीपी अंजनी कुमार ने 3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के लिए हो रही मतों की गिनती के दौरान फूलों का गुलदस्ता लेकर रेवंत रेड्डी के आवास पहुंचे थे और उनसे औपचारिक मुलाकात की थी। मीडिया में जैसे ही यह खबर सामने आयी, चुनाव आयोग फौरन हरकत में आया और उसने राज्य के मुख्य सचिव, जो उस समय सूबे के मुख्य चुनाव अधिकारी भी थे। उन्हें आदेश दिया कि वो फौरन डीजीपी अंजनी कुमार को उनके पद से हटा दें।
मालूम हो कि डीजीपी अंजनी कुमार के साथ राज्य पुलिस के दो और वरिष्ठ अधिकारी संजय कुमार जैन और महेश एम भागवत भी उनके साथ रेवंत रेड्डी के आवास पर गये थे।
इसके बाद चुनाव आयोग ने उनकी निष्पक्षता पर संदेह उठाते हुए चुनाव आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी माना था, जिसके बाद से उनकी डीजीपी की गद्दी चली गई थी लेकिन अब चुनाव संपन्न होने के बाद आयोग ने अंजनी कुमार को उनके पद पर बहाल कर दिया है।
चुनाव आयोग ने डीजीपी और रेवंत रेड्डी की मुलाकात के बाद बैठक की और कहा कि उन्होंने बिना मतगणना के परिणाम घोषित हुए बिना कांग्रेस नेता से मुलाकात करते स्पष्ट तौर से आचार संहिता के नियमों की अवहेलना की थी।
आयोग ने कहा था कि डीजीपी के ऐसे आचरण और कार्यों से पुलिस विभाग के कनिष्ठ अधिकारियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए डीजीपी अंजनी कुमार के निलंबन किया जाता है और उनकी जगह वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रवि गुप्ता को तेलंगाना डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार दिया जाता है।