यूट्यूब पर बच्चों से जुड़े डेटा इकट्ठा करने के अपराध में गूगल को 170 मिलियन का जुर्माना देना होगा। गूगल यह फाइन भरने के लिए तैयार हो गया है साथ ही यूट्यूब पर बच्चों से जुड़ी गोपनीयता में बदलाव भी करेगा।
फेडरल ट्रेड कमिशन और न्यूयॉर्क स्टेट अटॉर्नी जनरल के साथ हुए समझौते के तहत बच्चों के ऑनलाइन प्राइवेसी प्रोटेक्शन एक्ट 1998 फेडरल लॉ के तहत यह अब तक की सबसे बड़ी राशि है। मामले के सेटलमेंट के लिए यूट्यूब को 170 मिलियन डॉलर का भुगतान करना होगा। जिसमें से 136 मिलियन डॉलर एफटीसी (F.T.C) में जाएंगे और 34 मिलियन डॉलर न्यूयॉर्क में। यह राशि एफ.टी.सी. द्वारा प्राप्त सबसे बड़े नागरिक दंड का प्रतिनिधित्व करती है। बच्चों की गोपनीयता के मामले में इससे पहले रिकॉर्ड 5.7 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया गया था। यह जुर्माना एक एजेंसी ने इस साल टिक टॉक (TikTok) के मालिक के खिलाफ लगाया था, जो एक सामाजिक वीडियो शेयरिंग ऐप है।फेसबुक पर लग चुका है 3500 करोड़ रुपये का जुर्मानापिछले महीने एफटीसी ने उपयोगकर्ताओं के निजी डेटा के गलत इस्तेमाल के लिए फेसबुक पर 5 अरब डॉलर ( 3500 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया था। अमेरिकी नागरिकों के सोशल मीडिया डेटा, जेनेटिक डेटा, फेशियल रिकॉग्निशन डेटा तथा अन्य निजी डेटा की सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए कांग्रेस के सदस्यों ने इस साल कम से कम एक दर्जन निजी एवं पारदर्शिता विधेयक लाए हैं।