पेगासस स्पाईवेयर क्या है, क्या है इसकी कीमत और क्या आपका फोन इससे सुरक्षित है, जानिए पूरी डिटेल
By विनीत कुमार | Published: July 20, 2021 08:38 AM2021-07-20T08:38:17+5:302021-07-20T12:45:00+5:30
Pegasus Spyware: पेगासस स्पाईवेयर का मामला सुर्खियों में है। ऐसे में इसे लेकर कई सवाल लोगों के मन में हैं। आइए जानते हैं इस जासूसी सॉफ्टवेयर के बारे में हर डिटेल..
Pegasus Spyware: पेगासस स्पाईवेयर को इजराइल की एक साइबर सिक्योरिटी कंपनी 'एनएसओ ग्रुप' ने तैयार किया है। इसका नाम 'Q साइबर टेक्नोलॉजिज' (Q Cyber Technologies) भी है। इस कंपनी की स्थापना 2009 में हुई थी।
पेगासस की खास बात ये है कि फोन के जरिए जासूसी की ये एक सर्वश्रेष्ठ तकनीक है। हालांकि, इसका मतलब ये नहीं है कि आप इसे अन्य आम स्पाइवेयर की तरह ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं।
पेगासस को कौन खरीद सकता है?
कंपनी का दावा है कि वह इसे केवल देशों की अधिकृत सरकारों को ही बेचती है। सार्वजनिक तौर पर अभी केवल यही जानकारी आई है कि पेगासस का इस्तेमाल मेक्सिको और पनामा की सरकारें करती हैं जबकि इसे खरीदने वाले 40 देशों में 60 ग्राहक हैं।
कंपनी का कहना है कि उसके उपयोगकर्ताओं में से 51 प्रतिशत जांच एजेंसियां हैं। इसके अलावा 38 प्रतिशत विधि प्रवर्तन एजेंसियां और 11 प्रतिशत सेना है। कंपनी अपनी वेबसाइट पर दावा करती है कि इस तकनीक के जरिए तमाम एजेंसियों को आतंकवाद और अपराध को रोकने में मदद मिलती है।
पेगासस का कहना है कि वह खुद पेगासस को ऑपरेट नहीं करती है। उनके पास कोई डाटा भी नहीं है। कंपनी के मुताबिक जिन्हें पेगासस सॉफ्टवेयर का लाइसेंस बेचा जाता है, वे इसका इस्तेमाल खुद करती हैं और सभी डाटा उन्हीं के पास होता है।
पेगासस स्पाईवेयर की कीमत क्या है?
पेगासस स्पाईवेयर को लाइसेंस के रूप में बेचा जाता है और इसकी असल कीमत करार पर निर्भर करती है। एक लाइसेंस की कीमत 70 लाख रुपये तक हो सकती है। एक लाइसेंस से कई स्मार्टफोन को ट्रैक किया जा सकता है।
साल 2016 के एक अनुमान के अनुसार पेगासस के जरिए 10 लोगों की जासूसी के लिए एनएसओ ग्रुप ने कम से कम 9 करोड़ रुपये मांगता है। इसमें इंस्टलेशन की फीस करीब 3.75 करोड़ रुपये भी शामिल है।
पेगासस से कितना सुरक्षित है आपका फोन?
पेगासस स्पाईवेयर के जरिए आप पर नजर रखने वाला आपके फोन से एसएमएस रिकॉर्ड, कॉन्टैक्ट डिटेल, कॉल हिस्ट्री, कैलेंडर रिकॉर्ड, ईमेल, व्हाट्सएप जैसे इंस्टैंट मैसेजिंग एप और ब्राउजिंग हिस्ट्री तक को खंगाल सकता है और उसे चुरा सकता है।
यही नहीं पेगासस आपके फोन के कैमरे से गुप्त तरीके से फोटो खींच सकता है। साथ ही कॉल रिकॉर्ड और फोन के आसपास की आवाजें भी रिकॉर्ड कर सकता है। साथ ही स्क्रिनशॉट भी ले सकता है। इस दौरान जिसके पास फोन, उसे इसकी भनक भी नहीं लगती है।
जैसे ही जासूसी का काम पूरा हुआ, दूर से ही आपके फोन से पेगासस को कोई डिलीट भी कर सकता है। पेगासस हर तरह की डिवाइस जैसे एंड्रॉयड, आइओएस, विंडोज फोन, ब्लैकबेरी, सिंबियन और यहां तक कि टाइजन पर भी काम करता है।
फोन में पेगासस को कैसे इंस्टॉल किया जाता है?
पेगासस को किसी के भी फोन में बेहद गुप्त तरीके से इंस्टॉल किया जा सकता है। इसके शिकार शख्स को भी इस बारे में कोई भनक नहीं लगती। पेगासस को फोन में इंस्टॉल करने का सबसे लोकप्रिय तरीका पिशिंग मैसेज (Phishing Message) भेजना है।
पेगासस को तब भी इंस्टॉल किया जा सकता है अगर शख्स के नंबर की जानकारी नहीं है। ऐसे मामलों में बेस ट्रांसरिसिवर स्टेशन (बीटीएस) के जरिए नंबर का पता लगाया जाता है और इसे गुप्त तरीके से उस शख्स के फोन में इंस्टॉल किया जा सकता है। ऐसे में पेगासस से सुरक्षित रहने का एक आसान तरीका ये है कि कभी भी आप फोन पर आए अनजाने लिंक पर क्लिक न करें और फोन में कोई ऐसा बदलाव नजर आए, जिसे आपने नहीं किया है तो सतर्क हो जाएं।