बाढ़, तूफान, भूकंप जैसे प्राकृतिक आपदाओं के बारे में पहले से किसी को कोई ठोस जानकारी नहीं होती लेकिन काफी समय से इनको लेकर अनुमान लगाया जाता रहा है। ये अनुमान कई बार बहुत सटीक भी होते हैं। प्राकृतिक आपदाओं में भूकंप, तूफान प्रमुख हैं क्योंकि ऐसी आपदाएं लोगों को बचने का भी मौका नहीं देती हैं।
बरसात और समुद्री बाढ़ का अनुमान तो मिल जाता है लेकिन भूकंप के बारे में पहले से जानकारी मिल पाना बहुत संभव नहीं है। लेकिन अब गूगल लोगों को भूकंप के बारे में पहले से ही सचेत करने की तैयारी कर रहा है। मतलब गूगल अब भूकंप आने से पहले ही बता देगा।
पहली और महत्वपूर्ण बात तो ये कि गूगल के जरिए भूंकप की जानकारी पाने के लिए आपको कहीं चक्कर नहीं काटना होगा बल्कि आपका स्मार्टफोन ही भूंकप का अलर्ट दे देगा। गूगल का भूकंप अलर्ट फीचर सबसे पहले कैलिफोर्निया में जारी हो रहा है।
आपको बता दें कि जापान, मैक्सिको और कैलिफोर्निया पहले से ही लैंड बेस्ड (जमीन आधारित) सेंसर का इस्तेमाल कर रहे हैं जिससे भूकंप आने से पहले ही अलर्ट मिल जाता है। पिछले चार सालों से गूगल इस फीचर की टेस्टिंग कर रहा है।
जानकारों का कहना है कि गूगल एंड्रॉयड स्मार्टफोन को मिनी सिस्मोग्राफ में बदल देगा जिसके बाद दुनिया के 2.5 बिलियन एंड्रॉयड फोन यूजर्स को भूकंप के बारे में पहले ही जानकारी मिल जाएगी।
अधिकतर स्मार्टफोन में एक्सेलेरोमीटर (Accelerometers) सेंसर होता है और यही सेंसर बताता है कि फोन लैंडस्केप मोड में है या पोट्रेट मोड में। एक्सेलेरोमीटर मोशन को भी डिटेक्ट करता है और इसकी वजह से गूगल इस सेंसर का इस्तेमाल भूकंप का पता लगाने में कर रहा है। भूकंप बताने वाला यह फीचर भारत में कब आएगा फिलहाल इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।