नई दिल्ली: अपने प्ले स्टोर के लिए बनाई गई नई नीति के तहत गूगल कल 11 मई से ऐसे सभी थर्ड पार्टी एंड्रॉयड ऐप बंद करने जा रहा है जो कॉल रिकॉर्डिंग करते हैं। गूगल का कहना है कि वह ऐसा अपने यूजरों की निजता को ध्यान में रखते हुए उठा रहा है।
इसका मतलब है कि डेवलपर्स उस एक्सेसिबिलिटी एपीआई तक नहीं पहुंच पाएंगे जो एंड्रॉयड स्मार्टफोन पर कॉल रिकॉर्डिंग सुविधा की पेशकश करती है। हालांकि, फिलहाल यह साफ नहीं है कि गूगल अपनी इस नीति को किस तरह से लागू करेगा।
हालांकि, इसका यह मतलब नहीं है कि यूजरों के लिए एंड्रॉयड पर कॉल रिकॉर्डिंग सुविधा खत्म हो जाएगी। एंड्रॉयड में ओपन-सोर्स होने के कारण इन बिल्ट कॉल रिकॉर्डिंग सुविधा देने वाली कंपनियों के स्मार्टफोन में यह सुविधा मिलती रहेगी।
ऐसे स्मार्टफोन में शाओमी, रेडमी, सैमसंग, ओप्पो, पोको, वन प्लस, रियलमी, विवो, टेक्नो जैसी कंपनियां आती हैं। चुनिंदा स्मार्टफोन्स पर उपलब्ध गूगल का अपना कॉल रिकॉर्डिंग ऐप भी इस बदलाव से भी प्रभावित नहीं होगा।
गौरतलब है कि गूगल की प्ले स्टोर नीति में बदलाव की सूचना सबसे पहले पिछले महीने दी गई थी। कंपनी ने एक सपोर्ट पेज में बदलाव की घोषणा करते हुए लिखा था कि एक्सेसिबिलिटी एपीआई को डिजाइन नहीं किया गया है और रिमोट कॉल ऑडियो रिकॉर्डिंग के लिए अनुरोध नहीं किया जा सकता है।