Google देगा यूजर्स को डेटा पर ज्यादा नियंत्रण, हटा सकेंगे लोकेशन से जुड़ी जानकारी
By जोयिता भट्टाचार्या | Published: May 10, 2019 06:02 PM2019-05-10T18:02:13+5:302019-05-10T18:02:13+5:30
Google ने एक कंट्रोल फीचर पेश किया है जो यूजर्स को लोकेशन, वेब एवं ऐप की गतिविधियों से जुड़ी जानकारियों को 3 महीने या 18 महीने तक सहेज कर रखने का विकल्प देता है। गूगल जल्द ही यूजर्स को सीधे गूगल मैप्स में लोकेशन गतिविधि से संबंधित जानकारी की समीक्षा करने और हटाने (डिलीट) की सुविधा देगी।
डेटा सुरक्षा और निजता को लेकर दुनियाभर में चल रही बहस के बीच गूगल ने अपने यूजर्स को डेटा पर ज्यादा नियंत्रण देने के लिए अगले कुछ महीनों में कई फीचर्स देने की घोषणा की है। इनमें सर्च और मैप से जुड़े फीचर्स शामिल हैं। गूगल ने डेवलपरों के लिए आयोजित I/O 2019 सम्मलेन में कहा कि यह यूजर्स के लिए मैप , असिस्टेंट और यू-ट्यूब में आकड़ों या जानकारियों के प्रबंधन को आसान बना देगा।
Google ने एक कंट्रोल फीचर पेश किया है जो यूजर्स को लोकेशन, वेब एवं ऐप की गतिविधियों से जुड़ी जानकारियों को 3 महीने या 18 महीने तक सहेज कर रखने का विकल्प देता है। गूगल जल्द ही यूजर्स को सीधे गूगल मैप्स में लोकेशन गतिविधि से संबंधित जानकारी की समीक्षा करने और हटाने (डिलीट) की सुविधा देगी।
इसके अलावा वह मैप में इनकॉगनिटो मोड का निर्माण कर रहा है। गूगल इस महीने के आखिर तक सर्च, मैप, यूट्यूब , क्रोम , असिस्टेंट और गूगल न्यूज जैसे प्लेटफॉर्म में निजता और सुरक्षा सेटिंग्स के लिए वन-टैप सुविधा लाने पर काम रही है।
Google के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई ने मंगलवार को देर रात कार्यक्रम में कहा, "हमारा मानना है कि गोपनीयता कुछ लोगों के लिए नहीं बल्कि सभी के लिए जरूरी है ... हम उपयोगकर्ताओं की उम्मीदों को पूरा करने में आगे रहना चाहते हैं।"
गूगल ने ब्लॉगपोस्ट में कहा, "हमारा मानना है कि निजता और सुरक्षा सभी के लिए है। हम यह सुनिश्चित करना जारी रखेंगे कि हमारे उत्पाद सुरक्षित हैं और हम प्रौद्योगिकी में निवेश करते रहेंगे।"
कंपनी ने अपने मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम के आगामी संस्करण 'एंड्रॉयड क्यू' की भी घोषणा की है। गूगल ने कहा कि यह ऑपरेटिग सिस्टम निजता को खासा तवज्जो देगा और उपयोगकर्ताओं को ज्यादा नियंत्रण और पारदर्शिता उपलब्ध करवाएगा। गूगल ने कहा कि मशीन लर्निंग के बेहतर होने से उसका निजता सुरक्षा तंत्र मजबूत हो रहा है।