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सेल में खरीदने वाले हैं नया स्मार्टफोन, इन बातों का जरूर रखें ध्यान

By जोयिता भट्टाचार्या | Updated: December 28, 2018 18:25 IST

फोन ऐसा खरीदें जो आपकी जरूरतों को पूरी कर सके, न कि आपके लिए समस्या बन जाए। तो आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ जरूरी बातें जो हमें फोन खरीदते वक्त ध्यान में रखना चाहिए।

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जिस तरह से आज फोन की जरुरत बढ़ रही है वैसे में यूजर के दिमाग में हमेशा यह सवाल घूमता रहता है कि कौन सा फोन लिया जाए जो उसकी जरूरत को पूरी कर सके। क्योंकि अक्सर लोग स्मार्टफोन को उसके लुक को देखकर खरीद लेते हैं लेकिन बाद में उनको पछतावा होता है। क्योंकि फोन दिखने में भले ही शानदार हो लेकिन फोन के फीचर्स अछे नही होते। इसलिए  स्मार्टफोन की खरीदारी में आपको सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर सहित कई चीजों का ध्यान रखना जरूरी होता है जिससे कि आप एक सही और बेहतर फोन को चुन सकें। फोन ऐसा खरीदें जो आपकी जरूरतों को पूरी कर सके, न कि आपके लिए समस्या बन जाए। तो आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ जरूरी बातें जो हमें फोन खरीदते वक्त ध्यान में रखना चाहिए।

बनावट और डिजाइन:

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फोन की बनावट पर फोन का टिकाऊपन निर्भर करता है। बाजार में इस वक्त मौजूद ज्यादातर स्मार्टफोन मेटल बॉडी में उपलब्ध है या प्लास्टिक बॉडी के साथ। मेटल बॉडी स्मार्टफोन को एक अलग लुक और शाइन देता है। इसके साथ ही फोन का मजबूत होना भी बेहद जरुरी है। फोन अगर मजबूत है तो फोन 2-3 फीट ऊपर से गिरने के बाद बच सकता है। अगर कोई फोन हाथ में पकड़ने से ही कमज़ोर और सस्ता दिखता है तो इसका मतलब है वो कमज़ोर ही होगा।

डिस्प्ले:

मौजूदा समय में बाजार में कई साइज के डिस्प्ले के साथ स्मार्टफोन उपलब्ध है। अगर आप फोटो को एडिट करने, वीडियो बनाने, वीडियो एडिट करने, मूवी देखने और डाउनलोड करते है तो आपको 6 इंच तक का फुल HD या QHD डिस्प्ले वाला स्मार्टफोन लेना चाहिए। वैसे यह आप पर निर्भर करता कि आप कैसा स्क्रीन चाहते हैं। लेकिन स्मार्टफोन की साइज ऐसी चुने जो आपके हाथों में आराम से पकड़ा जा सके। अगर आप छोटे स्क्रीन के आदी हैं तो 5 इंच का डिस्प्ले आपके लिए ठीक है। कुछ लोगों को ज्यादा बड़े डिस्प्ले पसंद आते हैं, उनके लिए भी बाजार में कई विकल्प मौजूद हैं।

इसके अलावा रिज़ॉल्यूशन भी एक अहम फैक्टर होता है। रिज़ॉल्यूशन को सीधे शब्दों में समझा जाए तो आपके स्मार्टफोन के स्क्रीन पर दिखने वाले इमेज की क्वालिटी इसपर निर्भर करती है। स्क्रीन की साइज को लेकर कई यूजर कंन्फ्यूज हो सकते हैं, पर रिजोल्यूशन के मामले में स्थिति स्पष्ट है। जितना ज्यादा रिज़ॉल्यूशन, उतना बेहतर। इस बात का भी ध्यान रहे कि रिजोल्यूशन का सीधा असर आपके फोन की बैटरी लाइफ पर भी पड़ता है। ज्यादा रिजोल्यूशन वाले स्क्रीन में बैटरी की खपत ज्यादा होती है।

प्रोसेसर:

आज स्मार्टफोन में सबसे ज्यादा जिक्र प्रोसेसर का ही होता है। फोन की स्पीड प्रोसेसर पर निर्भर करती है। इसलिए फोन की खरीदारी से पहले प्रोसेसर के बारे में पूरी तरह जानकारी रखें। प्रोसेसर का पावर गीगाहर्ट्ज पर निर्भर होता है और कोर उसे ज्यादा स्मार्ट व सक्षम बनाता है। बाजार में मौजूदा ज्यादातर एंड्रॉयड फोन में आपको मीडियाटेक, स्नैपड्रैगन जैसे प्रोसेसर मिलेंगे। बढ़िया और तेज प्रोसेसर न सिर्फ फोन को तेज चलाते हैं बल्कि फोन की बैटरी पर भी कम बोझ  डालते हैं। अगर आप ज्यादा इन्टरनेट उसे करते है या हेवी गेम ऑनलाइन खेलते है तो आपको अछे प्रोसेसर वाला फोन लेना चाहिए। जैसे कि क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 652 या स्नैपड्रैगन 820/821 प्रोसेसर वाला फोन।

कैमरा:

डिस्प्ले और प्रोसेसर देखने के बाद बारी आती है कैमरे की। फोन में सिर्फ मेगापिक्सल देखकर ही कैमरा का चुनाव बेहतर नहीं है बल्कि आप देखें कि सेंसर कौन सा है, लेजर ऑटो फोकस और Ois जैसे फीचर्स हैं या नहीं। वहीं कम रोशनी में फोटोग्राफी के लिए यह किस तकनीक का उपयोग कर रहा है। सेल्फी कैमरे पर भी ध्यान देना जरूरी है। यह वाइड एंगल हो जिससे कि सेल्फी में ढेर सारे लोगों के साथ आप आ सकें।

बैटरी:

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स्मार्टफोन ले रहे हैं तो यह जानकारी जरूर प्राप्त करें कि इसमें कितने एमएएच की बैटरी है। आज के मौजूदा फोन में कम से कम 3,000 एमएएच शामिल होती ही है। लेकिन अभी के फोन में इससे ज्यादा एमएएच की बैटरी आने लगी है। अगर इससे कम की बैटरी आपके फोन में मौजूद है तो आप बैटरी बैकअप से परेशान हो जाएंगे। वहीं यदि फास्ट चार्जिंग सपोर्ट है तो बहुत बेहतर है। 

ऑपरेटिंग सिस्टम

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स्मार्टफोन खरीदने के वक्त सबसे पहले आप ध्यान दें कि जरूरत क्या है। आप एक आसान, सस्ता और बेहतर स्मार्टफोन लेना चाहते हैं या फिर एक सुरक्षित ऑपरेटिंग सिस्टम। आज बाजार में एंड्रॉयड नॉगट, ओरियो, एंड्रॉयड 9 पाई और आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम आधारित फोन उपलब्ध हैं। एंड्रॉयड दुनिया में सबसे ज्यादा लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम है जो हर बजट में उपलब्ध है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम में ऐप और गेम बहुत ज्यादा हैं। वहीं खास बात यह कही जा सकती है कि इस सिस्टम में फ्री एप्स ज्यादा मिलते है।

वहीं इसके बाद आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम का नाम आता है जो ऐप्पल आईफोन में उपलब्ध है। इसकी खासियत है कि यह बेहद ही सुरक्षित है और कई सालों तक नए ऑपरेटिंग का अपडेट मिलता है। इसमें भी एप काफी हैं लेकिन फ्री ऐप बेहद कम मिलते है।

स्टोरेज:

smartphone Storage

स्मार्टफोन की खरीदारी में ऑपरेटिंग सिस्टम और प्रोसेसर के बाद बात आती है फोन के स्टोरेज की। फोन की इंटरनल स्टोरेज जितनी ज्यादा होगी वह उतना बेहतर है। फोन धीमा होना और हैंग होने की समस्या का सबसे बड़ा कारण फोन में कम स्टोरेज का होता है। वैसे आपको बता दें कि फोन में मौजूदा जितनी इंटरनल स्टोरेज आपको बताई जाती है उससे कम ही इस्तेमाल के लिए मिलती है। अब जब आप ऐप, गेम और इंटरनेट का उपयोग करते हैं तो इंटरनल मैमोरी भर जाती है और फोन हैंग होने लगता है। यदि फोन में कार्ड सपोर्ट हो तो भी कम इंटरनल स्टोरेज की समस्या हो सकती है।

सिक्योरिटी सुविधाएं:

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ज्यादातर स्मार्टफोन इन दिनों अतिरिक्त सुरक्षा सुविधाओं जैसे फिंगरप्रिंट सेंसर या आईरिस सेंसर के साथ पेश किए जा रहे हैं। ये केवल एक हैंडसेट को लॉक / अनलॉक नहीं कर रहे हैं, बल्कि फाइलों, डेटा या ऐप्स को भी सुरक्षित रखते है। अब कंपनियां कम बजट के फोन में सिक्योरिटी के लिए फिंगरप्रिंट सेंसर और फेस अनलॉक फीचर जैसी सुविधाएं दे रही हैं। इसके अलावा फोन को अतिरिक्त सुरक्षा सुविधाओं के साथ खरीदना ज्यादा बेहतर होगा क्योंकि हमारे में से ज्यादातर लोग फोन में अपने व्यक्तिगत जानकारी को सेव रखते हैं।

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