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अब आया आपके फोन में घुसने वाला "इवेंटबॉट" वायरस, पैसे लेन-देन वाले एप को बनाता है निशाना, इस बात का रखें ध्यान

By भाषा | Updated: May 14, 2020 19:38 IST

सीईआरटीआईएन साइबर हमलों से मुकाबला करने वाली राष्ट्रीय तकनीकी एजेंसी है। परामर्श में कहा गया कि “इवेंटबॉट” दो सौ वित्तीय एप्प को निशाना बना सकता है जिनमें बैंकिंग एप्प, पैसा भेजने वाली सेवाएं इत्यादि शामिल हैं। 

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ठळक मुद्देएजेंसी ने कहा कि इवेंटबॉट अभी गूगल प्लेस्टोर पर नहीं आया है लेकिन यह किसी वास्तविक सॉफ्टवेयर का रूप धर कर मोबाइल फोन में घुस सकता है।परामर्श के अनुसार अज्ञात और अविश्वसनीय स्रोत से मोबाइल के एप्प डाउनलोड न करें, एंटी वायरस का प्रयोग करें और गूगल प्लेस्टोर से डाउनलोड करने के पहले भी सॉफ्टवेयर की जानकारी अच्छी तरह पढ़ लें।

भारतीय कंप्यूटर प्रतिक्रिया आपदा दल (सीईआरटी-आईएन) ने ताजा परामर्श जारी कर बताया है कि व्यक्तिगत सूचनाएं चुराने वाले “इवेंटबॉट” नामक मैलवेयर से भारत में एंड्रायड फोन का प्रयोग करने वाले प्रभावित हो सकते हैं। 

सीईआरटी-आईएन ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि यह ट्रोजन वायरस अवैध रूप से सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने वाली वेबसाइट के माध्यम से माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, अडोब फ्लैश और अन्य वैध सॉफ्टवेयर का रूप धर कर फोन में घुस सकता है। 

ट्रोजन एक प्रकार का वायरस या मैलवेयर होता है जो चुपके से कंप्यूटर या मोबाइल के ऑपरेटिंग सिस्टम पर हमला करता है और पीड़ित जान भी नहीं पाता।  सीईआरटी-आईएन की ओर से जारी परामर्श में कहा गया, “इवेंटबॉट नामक एक नया एंड्रायड मोबाइल मैलवेयर फैल रहा है। यह मोबाइल बैंकिंग ट्रोजन है जो सूचनाएं चुराता है। यह एंड्रायड फोन के वित्तीय एप्प से उपभोक्ता की जानकारी चुरा लेता है, एसएमएस संदेश पढ़ लेता है।” 

सीईआरटीआईएन साइबर हमलों से मुकाबला करने वाली राष्ट्रीय तकनीकी एजेंसी है। परामर्श में कहा गया कि “इवेंटबॉट” दो सौ वित्तीय एप्प को निशाना बना सकता है जिनमें बैंकिंग एप्प, पैसा भेजने वाली सेवाएं इत्यादि शामिल हैं। 

सीईआरटीआईएन ने कहा कि यह वायरस पेपाल बिजनेस, रेवोलुत, बार्कलेज, युनिक्रेडिट, कैपिटल वन यूके, एचएसबीसी यूके, ट्रांसफरवाइज, कॉइनबेस, पेसेफकार्ड इत्यादि को निशाना बना सकता है। 

एजेंसी ने कहा कि इवेंटबॉट अभी गूगल प्लेस्टोर पर नहीं आया है लेकिन यह किसी वास्तविक सॉफ्टवेयर का रूप धर कर मोबाइल फोन में घुस सकता है।

साइबर सुरक्षा एजेंसी ने वायरस से बचने के उपाय भी बताए हैं। परामर्श के अनुसार अज्ञात और अविश्वसनीय स्रोत से मोबाइल के एप्प डाउनलोड न करें, एंटी वायरस का प्रयोग करें और गूगल प्लेस्टोर से डाउनलोड करने के पहले भी सॉफ्टवेयर की जानकारी अच्छी तरह पढ़ लें।

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