भारत में सेमीकंडक्टर के उत्पादन से एक लाख के लैपटॉप की कीमत 40 हजार रुपये से कम हो जाएगी: वेदांता चेयरमैन, अनिल अग्रवाल

By विनीत कुमार | Published: September 14, 2022 07:56 PM2022-09-14T19:56:29+5:302022-09-14T20:01:52+5:30

हमदाबाद में देश का पहला सेमीकंडक्टर संयंत्र स्थापित करने जा रहे वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा है कि इससे एक लाख के लैपटॉप की कीमत 40 हजार से कम हो जाएगी। वेदांता समूह ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी फॉक्सकॉन के साथ ये संयंत्र शुरू करने जा रही है।

After India made semiconductors Laptop prices will drop from Rs1 lakh to Rs 40,000 says Vedanta Chairman | भारत में सेमीकंडक्टर के उत्पादन से एक लाख के लैपटॉप की कीमत 40 हजार रुपये से कम हो जाएगी: वेदांता चेयरमैन, अनिल अग्रवाल

अहमदाबाद में देश का पहला सेमीकंडक्टर संयंत्र स्थापित करने जा रही वेदांता समूह (फाइल फोटो)

अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद में देश का पहला सेमीकंडक्टर संयंत्र स्थापित करने की तैयारी में जुटे भारतीय कंपनी वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा है कि नया संयंत्र दो साल में उत्पादन शुरू कर देगा। उन्होंने साथ ही कहा कि इसके उत्पादन से भारत में मौजूदा समय में एक लाख से के दाम वाला लैपटॉप 40 हजार से कम में मिलने लगेगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में ताइवान और कोरिया में बनने वाले सेमीकंडक्टर्स अब भारत में बनेंगे।

दरअसल, भारतीय समूह वेदांता और ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी फॉक्सकॉन 1.54 लाख करोड़ रुपये के निवेश के साथ गुजरात में देश का पहला सेमीकंडक्टर संयंत्र स्थापित करने जा रही है। दांत-फॉक्सकॉन के संयुक्त उद्यम की डिस्प्ले एफएबी विनिर्माण इकाई, सेमीकंडक्टर असेंबलिंग और टेस्टिंग इकाई राज्य के अहमदाबाद जिले में 1000 एकड़ क्षेत्रफल में स्थापित की जायेगी। 

इस संयुक्त उद्यम में दोनों कंपनियों की हिस्सेदारी क्रमश: 60 और 40 प्रतिशत होगी। वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने मंगलवार को गुजरात सरकार के साथ इसे लेकर समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर भी किया।

सेमीकंडक्टर या माइक्रोचिप्स का इस्तेमाल कई डिजिटल उपभोक्ता उत्पादों में आवश्यक टुकड़े के रूप में होता है। इसका इस्तेमाल कारों से लेकर मोबाइल फोन और एटीएम कार्ड तक के उत्पादन में किया जाता है। भारतीय सेमीकंडक्टर बाजार का मूल्य वर्ष 2021 में 27.2 अरब डॉलर का था। इस क्षेत्र के 19 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर के साथ वर्ष 2026 तक 64 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। 

हालांकि, इनमें से कोई भी चिप्स अब तक भारत में निर्मित नहीं है। पिछले साल सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला में भारी कमी ने इलेक्ट्रॉनिक्स और वाहन समेत कई उद्योगों को प्रभावित किया। सरकार ने ताइवान और चीन जैसे देशों से आयात पर निर्भरता कम करने के लिए देश में सेमीकंडक्टर्स के विनिर्माण के लिए प्रोत्साहन से जुड़ी वित्तीय योजना लेकर आई है। इस कड़ी में वेदांत-फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर्स के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के सफल आवेदकों में से एक है।

Web Title: After India made semiconductors Laptop prices will drop from Rs1 lakh to Rs 40,000 says Vedanta Chairman

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