सूर्य ग्रहण 2018: साल के पहले सूर्य ग्रहण के दौरान कतई न करें ये 7 काम
By धीरज पाल | Published: February 14, 2018 06:36 PM2018-02-14T18:36:06+5:302018-02-14T18:37:50+5:30
दांतों की सफाई, बालों में कंघी आदि काम ग्रहण काल के दौरान नहीं करना चाहिए।
इस साल का सूर्य ग्रहण 15 फरवरी को पड़ने वाला है जो साल 2018 का पहला सूर्य ग्रहण होगा। हालांकि सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। हिंदू कैंलेंडर के मुताबिक इस साल कुल तीन सूर्य ग्रहण लगेगें। इन सभी सूर्य ग्रहण का भारत पर आशिंक रूप से प्रभाव होगा।
15 फरवरी को लगने वाला साल का पहला सूर्य ग्रहण दक्षिणी गोलार्द्ध के हिस्सों में दिखेगा। जिसमें दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक और अंटार्कटिका के क्षेत्रों में दिखेगा। हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण का काफी महत्व होता है। माना जाता है कि ग्रहों व राशियों से जीवन जुड़ा हुआ है जो सूर्य ग्रहण के दौरान हमारे जीवन पर प्रभाव डालती है।
ऐसे लगता है सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है। जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है तब पृथ्वी पर पड़ने वाली सूर्य की किरणें अवरुद्ध हो जाती हैं और पृथ्वी के कुछ भागों पर चंद्रमा की परछाईं पड़ने लगती है जिसे हम सूर्य ग्रहण कहते हैं। इस साल सूर्य ग्रहण भारतीय समय के मुताबिक 15 फरवरी की रात 12 बजकर 25 मिनट से शुरू होगा और सुबह चार बजे तक चलेगा।
नहीं पड़ेगा सूतक और धार्मिक प्रभाव
15 फरवरी को लगने वाले सूर्य ग्रहण का सूतक और धार्मिक प्रभाव भारत में नहीं पड़ेगा। क्योंकि यह भारत में आशिंक रूप से दिखाई देगी, लेकिन जिन देशों में सूर्य ग्रहण होंगे वहां सूतक और धार्मिक प्रभाव पड़ेगा।
सूर्य ग्रहण के दौरान कतईं न करें ये काम
1.सूर्य ग्रहण के दिन किसी नए कार्य की शुरुआत नहीं करना चाहिए।
2. सूर्य ग्रहण के दौरान भोजन बनाना और खाना वर्जित होता है।
3. ग्रहण के दौरान शौच नहीं करना चाहिए। (वृद्ध, बच्चों और रोगियों को छोड़कर)
4.मंदिर में प्रवेश और तुलसी के पौधे का स्पर्श नहीं करना चाहिए।
5. दांतों की सफाई, बालों में कंघी आदि चीजें नहीं करनी चाहिए।
6. इस दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर निकलने और ग्रहण देखने से बचना चाहिए।
7. ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को सिलाई, कढ़ाई, काटने और छीलने जैसे कार्यों से बचना चाहिए।
नोट: ऐसी मान्यता है कि ग्रहण के समय चाकू और सुई का उपयोग करने से गर्भ में पल रहे बच्चे के अंगों को क्षति पहुंच सकती है।
क्यों न करें ये काम
जैसा कि हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण का खास महत्व होता है। इस दौरान कुछ कार्यों को वर्जित माना गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि ग्रहण के दौरान सूतक या सूतक काल एक ऐसा समय होता है, जब कुछ कार्यों को नहीं करना चाहिए क्योंकि सूतक के इस समय को अशुभ माना जाता है। सामान्यत: सूर्य व चंद्र ग्रहण लगने से कुछ समय पहले सूतक काल शुरू हो जाता है और ग्रहण के समाप्त होने पर स्नान के बाद सूतक काल समाप्त होता है। हालांकि वृद्ध, बच्चों और रोगियों पर ग्रहण का सूतक मान्य नहीं होता है।