रामनवमी पर जरूर करें ये 10 काम, नौकरी, व्यापार में मिलेगी जबरदस्त तरक्की, खूब बरसेगा धन
By उस्मान | Published: April 11, 2019 04:30 PM2019-04-11T16:30:56+5:302019-04-11T16:30:56+5:30
Ram Navami 2019: अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं, तो निराश न हों। इस रामनवमी पर आपको ढेर सारी खुशियां मिल सकती हैं। लेकिन इसके लिए आप राम नवमी पर इन बातों का ध्यान रखें।
रामनवमी का पर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाया जाता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था। रामनवमी के त्यौहार का महत्व हिंदु धर्म सभ्यता में महत्वपूर्ण रहा है। इस पर्व के साथ ही मां दुर्गा के नवरात्र का समापन भी होता है। हिन्दू धर्म में रामनवमी के दिन पूजा की जाती है। रामनवमी की पूजा में पहले देवताओं पर जल और रोली चढ़ाया जाता है, इसके बाद मूर्तियों पर मुट्ठी भरके चावल चढ़ाए जाते हैं और पूजा के बाद आरती की जाती है।
अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं, तो निराश न हों। इस रामनवमी पर आपको ढेर सारी खुशियां मिल सकती हैं। लेकिन इसके लिए आप राम नवमी पर इन बातों का ध्यान रखें।
1. रामनवमी के दिन भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना करें।
2. नए घर या दुकान में पूजा-अर्चना करने के बाद ही प्रवेश करें।
3. नवरात्रि के नौवें दिन यानी रामनवमी के दिन मां दुर्गा के नौवें स्वरूप सिद्धिदात्री माँ की उपासना करें और मां दुर्गा के नाम से 9 दीप प्रज्ज्वलित करें।
4 .रामनवमी के दिन गरीब-असहाय लोगों को अपने सामर्थ्य अनुसार दान-पुण्य करें। विशेषकर मिष्ठान्न वितरित करें।
5. इस दिन राम का जन्मोत्सव इस तरह मनाएं जैसे घर में कोई नन्हा शिशु जन्मा हो।
6. नवमी के दिन कुंवारी कन्याओं को भोजन कराएं। मंदिर में केसरिया ध्वज चढ़ाएं।
7.इस दिन कन्याओं को उपहारस्वरूप चीजें भेंट करें विशेषकर पीले फूल, पीली चूड़ियां और पीले वस्त्र।
8. किसी प्रकार के शुभ कार्य करने की दृष्टि से यह एक महत्वपूर्ण दिवस है। अत: इस दिन घर में मंगल कलश की पूजन करें और मनचाही खुशियों के लिए प्रार्थना करें।
9. श्रीराम नवमी के दिन रामरक्षास्त्रोत, राम मंत्र, हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुंदर कांड आदि के पाठ से ना सिर्फ अक्षय पुण्य मिलता है बल्कि धन संपदा के निरंतर बढ़ने के योग जाग्रत होते हैं।
10. किसी भी नए कार्य की शुरुआत, नया व्यवसाय आरंभ कर सकते हैं। श्रीराम की सपरिवार तस्वीर का पूजन अवश्य करें। अगर विजय की कामना है तो उनका धनुष प्रत्यंचा वाला स्वरूप पूजा के दौरान रखें।