नवरात्रि छठा दिनः मां कात्यायनी देंगी मनचाहे वर और प्रेम विवाह का वरदान, बस इस मंत्र से करना होगा मां को प्रसन्न
By मेघना वर्मा | Updated: October 15, 2018 09:06 IST2018-10-15T08:48:42+5:302018-10-15T09:06:39+5:30
Navratri Sixth Days Maa Katyayani Mantra, Stotra, Chalisa, Puja vidhi, Bhoog & Significance: मां कात्यायनी की पूजा सदैव लाल रंग के वस्त्र धारण करके करना चाहिए। प्रात काल स्नान आदि करके पीले रंग के फूल और पीले रंग का नैवेद्य मां को चढ़ाना चाहिए।

Navratri Sixth Days Maa Katyayani Mantra, Stotra, Chalisa, Puja vidhi, Bhoog & Significance
हिन्दू धर्म में मां दुर्गा को आदि शक्ति का रूप माना गया है। नवरात्रि के 9 दिन मां के इन्हीं स्वरूपों की पूजा की जाती हैं। जहां एक ओर भक्त व्रत करके मां को मनाने में लगे रहते हैं तो वहीं दूसरी ओर 9 दिन की उपासना करके लोग अपने मन की मुराद पूरी करने के लिए मां से वरदान मांगते हैं। नवरात्रि के छंठवे दिन मां से आशीष पाने और उनकी कृपा दृष्टि के लिए मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। इस दिन का व्रत खासकर कन्याओं के लिए विशेष होता है क्योंकि मान्यता है कि इस दिन व्रत और पूजा करने से कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है।
ऐसा है मां कात्यायनी का स्वरूप
महर्षि कात्यायन के यहां पुत्री के रूप में उत्पन्न होकर मां कात्यायनी ने महिषासुर का वध किया था। मां के स्वरूप की बात करें तो तीन नेत्रों से सुशोभित है। मां कात्यायनी का वाहन सिंह है और यह चार भुजाओं वाली हैं। पुराणों के अनुसार मां कि इन 4 भुजाओं में अस्त्र-शस्त्र और कमल का पुष्प सुशोभित है। इन्हें ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी माना गया है।
देती हैं मन चाहे वर का वरदान
मान्यता है कि गोपियों नें कृष्ण की प्राप्ति के लिए मां कात्यायनी की ही पूजा की थी। यही कारण है कि कुवांरी कन्याओं को मां के इस स्वरूप का पूजन करने के लिए कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र की भी बात करें तो मां के इस स्वरूप का सीधा सम्बन्ध बृहस्पति से बताया गया है जिन्हें विवाह के लिए पूजा जाता है।
ऐसे करें मां की पूजा
मां कात्यायनी की पूजा सदैव लाल रंग के वस्त्र धारण करके करना चाहिए। प्रात काल स्नान आदि करके पीले रंग के फूल और पीले रंग का नैवेद्य मां को चढ़ाना चाहिए। भोग की बात करें तो मां को शहद बड़ा प्रिय है तो आप शहद से बनी चीज या मां को शहद का भोग लगा सकते हैं। मां को महकने वाले फूल अर्पित करें मान्यता है कि इससे प्रेम सम्बन्धित कोई भी बाधा को दूर हो सकती है।
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इस मंत्र का करें जाप
ज्योतिषाचार्य के अनुसार कोई भी विवाह योग्य कन्या मां कात्यायनी की पूजा कर सकती है। इसके लिए किसी विशेष अनुमती या दान-दक्षिणा की अनुमती नहीं होती। मान्यता ये भी है कि एक विशेष मंत्र का जाप करने से मां कात्यायनी मन चाहे वर और प्रेम विवाह का वरदान देती हैं।
1. कात्यायनी, महामाया महायोगीन्यधीश्वरी
नंद गोप सुतं देवी पति में कुरुते नम:
या
2. चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहन.
कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी.
आप भी अपने पसंद का वर पाने के लिए इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं।

