Navratri 2020 Third Day: नवरात्रि के तीसरे दिन होती है मां चंद्रघंटा की पूजा, जान लें ये जरूरी बातें
By गुणातीत ओझा | Published: October 19, 2020 01:03 PM2020-10-19T13:03:30+5:302020-10-19T13:03:30+5:30
आज नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। मां चंद्रघंटा के रूप को सौम्य बताया गया है। मां का यह स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी होता है।
Navratri 2020: आज नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। मां चंद्रघंटा के रूप को सौम्य बताया गया है। मां का यह स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी होता है। मां के मस्तक में घंटे का आकार का अर्द्धचंद्र है, इसलिए मां को चंद्रघंटा देवी कहा जाता है। मां के दिव्य स्वरूप का ध्यान करने से हर तरफ सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मां को लाल रंग पसंग है, उन्हें लाल रंग का फूल अर्पित कर खुश किया जा सकता है।
मां चंद्रघंटा की पूजा करते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
मां की पूजा-अर्चना करते समय मंदिर की घंटी अवश्य बजानी चाहिए। घंटे की ध्वनि से मां अपने भक्तों पर हमेशा आशीर्वाद बनातीं हैं। मां को मखाने की खीर का भोग लगाना शुभ माना जाता है। मां की आराधना से भक्तों को अहंकार नहीं होता और उनमें सद्भावना बढ़ती है। मां की आराधना से घर-परिवार में शांति आती है। तृतीय नवरात्र पर लाल रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। मां को गाय का दूध अर्पित करने से दुखों से मुक्ति मिलती है। माता चंद्रघंटा को शहद का भोग लगाना शुभ माना जाता है। मां की आराधना से सभी कष्टों का निवारण होता है। मां सौभाग्य, शांति और वैभवदायनी हैं। मां का उपासक निर्भय हो जाता है। मां चंद्रघंटा के भक्त जहां भी जाते हैं लोग उन्हें देखकर शांति और सुख का अनुभव करते हैं।
इस तरह करें मां चंद्रघंटा की पूजा
नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा करनी चाहिए। मां को लाल रंग के पुष्प चढ़ाएं। मां को लाल सेब चढ़ाएं। जब आप मां को भोग चढ़ाएं और मंत्रों का जाप करें तो घंटी जरूर बजाएं। मां चंद्रघंटा को दूध अर्पित करें और दुध से बनी चीजों का ही भोग लगाएं। अपनी सामर्थ्यनुसार इसी का दान भी करें। मां चंद्रघंटा को मखाने की खीर का भोग लगाएं। इससे मां बेहद खुश हो जाती हैं। भक्तों के दुखों का नाश होता है।