Krishna Janmashtami 2024: राशि के अनुसार ऐसे करें बाल गोपाल का श्रृंगार, हर मनोकामना होगी पूरी, विशेष कृपा की होती है प्राप्ति
By मनाली रस्तोगी | Updated: August 21, 2024 05:12 IST2024-08-21T05:12:47+5:302024-08-21T05:12:47+5:30
Krishna Janmashtami 2024: हिंदी पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा में राक्षस राजा कंस की जेल में देवकी की आठवीं संतान के रूप में हुआ था।

Krishna Janmashtami 2024: राशि के अनुसार ऐसे करें बाल गोपाल का श्रृंगार, हर मनोकामना होगी पूरी, विशेष कृपा की होती है प्राप्ति
Krishna Janmashtami 2024: हिंदी पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा में राक्षस राजा कंस की जेल में देवकी की आठवीं संतान के रूप में हुआ था। कृष्ण को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। मान्यता है कि भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को पड़ने वाली जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण के बाल रूप की पूजा करने से सभी दुख, दोष और दरिद्रता दूर हो जाती है।
इस वर्ष कृष्ण जन्माष्टमी 26 अगस्त 2024 को मनाई जाएगी। इस दिन घरों को सुंदर प्रदर्शनों से सजाया जाता है, भक्ति गीत और कीर्तन किए जाते हैं। भक्त उपवास करते हैं, बाल कृष्ण की मूर्ति को सजाते हैं और रोहिणी नक्षत्र के दौरान आधी रात को उनके जन्म का जश्न मनाते हैं।
Janmashtami 2024: पूजा का समय
भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि आरंभ: 26 अगस्त 2024, प्रातः 3:39 बजे
भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि समाप्त: 27 अगस्त 2024, प्रातः 2:19 बजे
रोहिणी नक्षत्र आरंभ: 26 अगस्त 2024, दोपहर 3:55 बजे
रोहिणी नक्षत्र समाप्त: 27 अगस्त 2024, दोपहर 1:38 बजे
कृष्ण पूजा का समय: 12:06 पूर्वाह्न - 12:51 पूर्वाह्न, 27 अगस्त
मध्यरात्रि क्षण: 12:28 पूर्वाह्न, 27 अगस्त
चंद्रोदय का समय: रात्रि 11:41 बजे
व्रत तोड़ने का समय: 27 अगस्त दोपहर 3:38 बजे के बाद
रात्रि व्रत तोड़ने का समय: 27 अगस्त को रात्रि 12:51 बजे के बाद, कृष्ण की पूजा के बाद
भक्त अपनी राशि के अनुसार ऐसे करें बाल गोपाल का श्रृंगार
ऐसी मान्यता है कि अगर कृष्ण जन्माष्टमी पर भक्त अपनी राशि के अनुसार बाल गोपाल का श्रृंगार करते हैं तो ऐसे में भक्तों को भगवान श्री कृष्ण की विशेष कृपा प्राप्त होती है। साथ ही, भक्तों की सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती है।
मेष राशि: कृष्ण जन्माष्टमी पर मेष राशि के जातकों को बाल गोपाल का श्रृंगार लाल रंग के वस्त्रों से करना चाहिए।
वृषभ राशि: बाल गोपाल का श्रृंगार वृषभ राशि के जातकों को चांदी की वस्तुओं से करना चाहिए।
मिथुन राशि: जन्माष्टमी पर बाल गोपाल का श्रृंगार मिथुन राशि के जातकों को लहरिया प्रिंट वाले वस्त्रों से करना चाहिए।
कर्क राशि: जन्माष्टमी के अवसर पर लड्डू गोपाल का श्रृंगार कर्क राशि के जातकों को सफेद रंग के वस्त्रों से करना चाहिए।
सिंह राशि: जन्माष्टमी के अवसर पर बाल गोपाल का श्रृंगार सिंह राशि के जातकों को गुलाबी रंग के वस्त्रों से करना चाहिए।
कन्या राशि: इस अवसर पर कन्या राशि के जातकों को लड्डू गोपाल का श्रृंगार हरे रंग के वस्त्रों से करना चाहिए।
तुला राशि: जन्माष्टमी के अवसर पर श्री कृष्ण का श्रृंगार तुला राशि के जातकों को केसरिया रंग के वस्त्रों से करना चाहिए।
वृश्चिक राशि: लड्डू गोपाल का श्रृंगार वृश्चिक राशि के जातक लाल रंग के वस्त्रों से करें।
धनु राशि: जन्माष्टमी के दिन धनु राशि के जातकों को बाल गोपाल का श्रृंगार पीले रंग के वस्त्रों से करना चाहिए।
मकर राशि: कृष्ण जन्माष्टमी पर मकर राशि के जातकों को लड्डू गोपाल का श्रृंगार पीले और लाल रंग के वस्त्रों से करना चाहिए
कुंभ राशि: कृष्ण जन्माष्टमी के दिन कुंभ राशि के जातक नीले रंग के वस्त्रों से लड्डू गोपाल का श्रृंगार कर सकते हैं।
मीन राशि: जन्माष्टमी के शुभ मौके पर मीन राशि के जातक लड्डू गोपाल का श्रृंगार पितांबर रंग के वस्त्रों से कर सकते हैं।
व्रत का पालन कैसे करें?
भगवान कृष्ण की पूजा के अलावा व्रत रखना भी जन्माष्टमी का एक महत्वपूर्ण पहलू है। जन्माष्टमी के एक दिन पहले से लहसुन, प्याज, बैंगन और मूली जैसे तामसिक भोजन से बचने और ब्रह्मचर्य बनाए रखते हुए केवल सात्विक भोजन का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
जन्माष्टमी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में जल्दी उठें, स्नान करें, साफ कपड़े पहनें और केवल फल या पानी का सेवन करके व्रत रखने का संकल्प लें। पूरा दिन कृष्ण भक्ति को समर्पित करें और आधी रात को भगवान कृष्ण को विशेष व्यंजन चढ़ाकर उनके जन्म का जश्न मनाएं। व्रत अगले दिन खोल सकते हैं।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों की Lokmat Hindi News पुष्टि नहीं करता है। यहां दी गई जानकारी मान्यताओं पर आधारित हैं। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श लें।)