Kamada Ekadashi 2020: आज है कामदा एकादशी, जानिए आज के दिन क्या करना चाहिए क्या नहीं
By मेघना वर्मा | Published: April 4, 2020 08:34 AM2020-04-04T08:34:02+5:302020-04-04T08:54:32+5:30
कामदा एकादशी के दिन दान का बहुत महत्व बताया गया है। आप भी इस दिन दान जरूर करें।
हिन्दू धर्म में एकादशी के दिन को सबसे महत्वपूर्ण बताया गया है। हिन्दू नववर्ष के अनुसार आज वर्ण का पहली एकादशी यानी कामदा एकादशी है। वैसे तो हर माह दो एकादशी आती है। एक कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष में। पूरे साल में 24 एकादशी होती है। मगर अधिक मास लगने पर यह एकादशी बढ़कर 26 हो जाती है।
कामदा एकादशी के दिन भी भगवान विष्णु और उनके अवतारों की पूजा होती है। माना जाता है कि इस एकादशी को प्रेत योनि से मुक्ति मिलती है। साथ ही उसे मोक्ष की प्राप्ति भी होती है। कामदा एकादशी के दिन लोग दिन भर उपवास रखते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं।
आइए आपको बताते हैं इस कामदा एकादशी पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं-
क्या करें-
दान
कामदा एकादशी के दिन दान का बहुत महत्व बताया गया है। आप भी इस दिन दान जरूर करें। अगर लॉकडाउन के समय बाहर नहीं निकल पा रहे हैं तो कुछ ऐसे चीजों का दान करें जो लम्बे समय तक चले। इसे भगवान के पास रख दें। जब लॉकडाउन खत्म हो तब जाकर इसे मंदिर में या किसी जरूरतमंद को दे दें।
गंगा स्नान
कामदा एकादशी के दिन गंगा स्नान का भी अपना अलग महत्व है। मगर इस लॉकडाउन में अगर आप गंगा स्नान के लिए नहीं जा पा रहे हैं तो घबराएं नहीं। घर में नहाने वाले पानी में गंगा जल मिलाकर नहा लें।
खान-पान पर नियंत्रण
कामदा एकादशी के दिन तास्मिक भोजन नहीं करना चाहिए। मांस-मदिरा को बिल्कुल ना खाएं। कोशिश करें कि इस दिन आप शाकाहारी और हल्का भोजन करें।
उपवास
कामदा एकादशी के दिन आप उपवास भी कर सकते हैं। इस दिन उपवास करने से आपको भगवान विष्णु की कुपा मिलेगी। साथ ही आपको राक्षस यौनी से मुक्ति मिलेगी।
क्या ना करें-
चावल का सेवन
एकादशी के दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि एकादशी के दिन चावल खान वाले मनुष्य रेंगने वाले जीव की योनी में जन्म लेते हैं।
शाम के वक्त सोना
एकादशी के दिन भगवान विष्णु की अराधना करनी चाहिए। इस दिन सुबह जल्दी उठ जाना चाहिए और शाम के वक्त सोना नहीं चाहिए। इस दिन आपको अपने क्रोध पर भी नियंत्रण रखा चाहिए।
कामदा एकादशी - 4 अप्रैल
एकादशी तिथि प्रारंभ - 12:58 AM (04 अप्रैल)
एकादशी तिथि समाप्त - 10:30 PM (04 अप्रैल)
एकादशी पारण समय - 5 अप्रैल (06:06 AM - 08:37 AM)
कामदा एकादशी की पूजा विधि
1. एकादशी के दिन नहा-धोकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
2. दाहिने हाथ में जल लेकर कामदा एकादशी का संकल्प लें।
3. अब पूजा स्थान पर बैठ भगवान विष्णु की प्रतीमा की स्थापना करें।
4. फिर चंदन, अक्षत, फूल, धूप, गंध, दूध, फल, तिल, पंचामृत आदि से विधिपूर्वक भगवान की पूजा करें।
5. अब कामदा एकादशी की कथा कहें।
6. पूजा समापन के समय भगवान विष्णु की आरती करें।
7. बाद में प्रसाद का वितरण करें।