Hartalika Teej 2019: हरतालिका तीज व्रत करवा चौथ से भी है कठिन! कई बार 24 घंटे से भी ज्यादा रहना पड़ता है निर्जला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 27, 2019 08:47 AM2019-08-27T08:47:01+5:302019-08-27T08:47:01+5:30
Hartalika Teej 2019: हरतालिका तीज को बहुत कठिन व्रत माना गया है। इस व्रत में कई बार तिथियों और मुहूर्त के कारण यह उपवास 24 घंटे से भी ज्यादा समय तक का हो जाता है।
Hartalika Teej 2019: उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर किये जाने वाला हरतालिका तीज व्रत इस बार दो दिन मनाया जाएगा। करवाचौथ से भी कठिन माने जाने वाले इस व्रत को लेकर पंचांग के भेद के कारण ऐसी स्थिति उपजी है। कुछ जगहों पर 1 सितंबर तो कई जगहों पर 2 सितंबर को भी महिलाएं इस बार यह व्रत करेंगी।
वैसे, आमतौर पर इससे पहले एक ही दिन हरतालिका तीज मनाई जाती रही है। यह व्रत विवाहित महिलाएं पति की लंबी उम्र और स्वस्थ्य जीवन की कामना लिए करती हैं। कई जगहों पर अविवाहित युवतियां भी इस व्रत को मन मुताबिक वर पाने के लिए करती हैं।
Hartalika Teej 2019: करवाचौथ से भी क्यों कठिन है हरतालिका तीज व्रत
करवाचौथ भी पति की लंबी उम्र के लिए किया जाता है। हालांकि, हरतालिका तीज उससे भी कठिन व्रत माना गया है। दरअसल, करवाचौथ में शाम को चंद्रमा को देखने के बाद व्रत को खोला जाता है। वहीं, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को किये जाने वाले हरतालिका तीज में पूरे दिन और पूरी रात निर्जला रहा जाता है। व्रत को अगले दिन पूजा-पाठ के बाद ही खोला जाता है।
ऐसे में कई बार तिथियों और मुहूर्त के कारण यह उपवास 24 घंटे से भी ज्यादा समय तक का हो जाता है। महिलाएं दरअसल हरतालिका तीज व्रत के दिन तड़के (सूर्य उदय से पहले) ही उठकर जल और कोई अन्न या मिष्ठान आदि ग्रहण कर सकती हैं। इसके बाद उन्हें पूरे दिन और पूरी रात निर्जला उपवास पर रहना होता है।
Hartalika Teej 2019: इस बार हरतालिका तीज को लेकर उलझन क्यों
हरतालिका तीज को लेकर इस बार उलझन दरअसल 1 सितंबर को सुबह में द्वितीय तिथि की भी मौजूदगी के कारण है। इस बार द्वितीय तिथि 1 सितंबर को सुबह 8.27 बजे तक है। इसके बाद तृतीय तिथि शुरू होगी और यह अगले दिन यानी 2 सितंबर को सुबह 8.58 में खत्म होगी।
ऐसे में कुछ लोगों का मत है कि इसे 1 सितंबर को मनाया जाना चाहिए। वहीं, कुछ मत ऐसे भी है जिसके मुताबिक सूर्य उदय के साथ तृतीय तिथि 2 सितंबर को है। इसलिए 2 सितंबर को हरतालिका तीज का व्रत किया जाना चाहिए।