Hanuman Jayanti: हनुमान जी के ये 5 जबरदस्त फोटो भेजकर दें हनुमान जयंती की बधाई
By उस्मान | Published: April 19, 2019 01:29 PM2019-04-19T13:29:35+5:302019-04-19T13:29:35+5:30
हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) : ऐसा माना जाता है कि जो लोग इस दिन हनुमान जी को सच्चे मन से याद करते हैं, उनके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) का पर्व आज देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह पर्व हर साल चैत्र शुक्ल की पूर्णिमा को आता है। ऐसा माना जाता है कि जो लोग इस दिन हनुमान जी को सच्चे मन से याद करते हैं, उनके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इस दिन बजरंगबली को लाल सिंदूर भी लगाया जाता हैं।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार हर हनुमान जयंती पर श्री हनुमान चालीसा का पाठ करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और कभी धन की कमी नहीं होती।
पौराणिक कथा के अनुसार, जब समुद्र मंथन से निकले अमृत को लेकर देव-असुरों के बीच युद्ध हुआ, तो वह अनंत काल तक चला। यह सब देख भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण कर लिया। उनका मोहिनी रूप देख भगवान शिव कामातुर हो गये थे। पवन देव के आशीर्वाद से राजा केसरी की पत्नी अंजना (अंजनी) के गर्भ से श्री हनुमान का जन्म हुआ।
पौराणिक कथा के अनुसार, युद्ध के दौरान जब रावण को लगा कि वह पराजय हो सकता है, तो उसने अहिरावण का सहारा लिया जोकि तंत्र-मंत्र का सबसे बड़ा ज्ञानी था। अहिरावण ने छल से वानर सेना को निद्रा मे डाल दिया और श्रीराम और लक्ष्मण जी को अपने साथ पाताल लोक में ले गया था।
हनुमान जी अपने प्रभु श्रीराम और लक्ष्मण की सहायता के लिए पाताल लोक जा पहुंचे। पाताल लोक पहुंचने पर हनुमान जी का सामना उनके पुत्र मकरध्वज से हुआ। हनुमान जी ने मकरध्वज को हराकर आगे बढ़े।
विभिषण ने उन्हे ज्ञात कराया कि अहिरावण ने मां भवानी के लिये पांच दीपक जलाये हैं और अगर वो पांचो दीपक तुमने एक साथ बुझा दिये तो अहिरावण का वध हो जायेगा।
पांचो दीपक एक साथ बुझाने के लिये हनुमान जी ने पंचमुखी अवतार धारण किया, जिसमें उत्तर दिशा में वराह मुख, दक्षिण दिशा मे नरसिंह मुख, पश्चिम में गरुड़ मुख, आकाश की तरफ हयग्रीव मुख एवं पूर्व दिशा में हनुमान मुख था। जिसके चलते हनुमान ने पांचो दीपक एक साथ बुझाकर मायावी अहिरावण का वध किया और अपने प्रभु श्रीराम और लक्ष्मण जी को मुक्त किया।