Hanuman Chalisa: हनुमान चालीसा का हनुमान भक्तों के बीच बहुत महत्व है। मान्यता है कि इसे पढ़ने से हर तरह के डर मन से दूर हो जाते हैं। हिंदू मान्यताओं में भगवान हनुमान शक्ति और साहस के प्रतीक हैं। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि हनुमान चालीसा पढ़ने से सभी डर दूर होते हैं।
कई लोग ये भी मानते हैं कि हनुमान चालीसा पढ़ने से भूत-प्रेत और नकारात्मक शक्तियां भी दूर रहती हैं और किसी इंसान पर विपत्ति नहीं आती। आम तौर पर हनुमान चालीसा को मंगलवार और शनिवार को पढ़ने की परंपरा है। हालांकि, भक्त इसे किसी भी दिन पढ़ सकते हैं। आईए, जानते हैं हनुमान चालीसा से जुड़ी खास बातों के बारे में
1. हनुमान चालीसा में 3 दोहे और 40 चौपाई लिखी गई है। यह चालीसा शब्द इसी 40 अंक से मिला। इसलिए इस रचना को चालीसा करते हैं।
2. हनुमान चालीसा को अवधि भाषा में 16 शताब्दी में तुलसीदास ने लिखा था। तुलसीदास भगवान राम के बड़े भक्त थे और उन्होंने ही रामचरितमानस भी लिखा।
3. कहते है कि हनुमान चालीसा को सबसे पहले खुद हनुमान जी ने सुना। एक कथा के अनुसार तुलसीदास ने जब रामचरितमानस बोलना खत्म किया तब तक सभी व्यक्ति वहां से जा चुके थे। हालांकि, एक बूढ़ा आदमी वहीं बैठा रहा। वो कोई और नहीं बल्कि खुद हनुमान जी थे।
4. इसके बाद तुलसीदास ने हनुमानजी के सामने ही उनसे जुड़ी 40 चौपाई कह डाली।
5. हनुमान चालीसा के पहले 10 चौपाई उनकी शक्ति और ज्ञान की बात करते हैं। इसके बाद 11 से 20 तक के चौपाई में उनके भगवान राम के बारे में कहा गया है। इसमें 11 से 15 तक चौपाई भगवान राम के भाई लक्ष्मण पर आधारित है। तुलसीदास ने आखिर की चौपाई में हनुमान जी की कृपा के बारे में बताया है।