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Guru Purnima 2022: गुरु पूर्णिमा कल, गुरु-मंगल बना रहे हैं पंच महापुरुष योग, ऐसे में मिलेगा आपको लाभ

By रुस्तम राणा | Updated: July 12, 2022 16:08 IST

इस बार गुरु पूर्णिमा पर मंगल, बुध, गुरु और शनि के अनुकूल स्थिति में विराजमान होने की वजह से शुभ योग बन रहे हैं। इसमें रूचक योग, भद्र योग, हंस योग और शश नामक राजयोग है।

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ठळक मुद्देआषाढ़ पूर्णिमा के दिन हुआ था महर्षि वेदव्यास जी का जन्मगुरु पूर्णिमा पर मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि अपनी स्वराशि में हैं विराजमान

Guru Purnima 2022: आषाढ़ माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहा जाता है। इस बार गुरु पूर्णिमा पर्व 13 जुलाई बुधवार को है। यह पर्व गुरुओं के प्रति सम्मान, श्रद्धा एवं समर्पण का प्रतीक है। इस बार गुरु पूर्णिमा पर मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि के अनुकूल स्थिति में विराजमान होने की वजह से शुभ योग बन रहे हैं। इसमें रूचक योग, भद्र योग, हंस योग और शश नामक राजयोग है। माना जाता है कि इस शुभ योग में गुरु पूजन करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी। 

हुआ था महर्षि वेदव्यास जी का जन्म

मान्यता है कि महाभारत और श्रीमद्भागवत जैसे 18 पुराणों के रचयिता महर्षि वेद व्यास जी का जन्म आषाढ़ पूर्णिमा के दिन हुआ था। गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु की पूजन का विशेष महत्व है। गुरु पूर्णिमा के दिन लोग अपने गुरुओं को उपहार देते हैं। साथ ही उनका आशीर्वाद लेते हैं। सनातन परंपरा में गुरु को सदैव ईश्वर से भी ऊँचा स्थान दिया गया है। गुरुओं की चरण वंदना से हमारा जीवन सफल होता है। गुरु बिन ज्ञान न होए अर्थात इस संसार में बिना गुरु के ज्ञान के हमारा कल्याण संभव नहीं है।

ये 5 ग्रह होंगे अपनी स्वराशि में होंगे

इस बार गुरु पूर्णिमा पर 5 ग्रह मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि अपनी अपनी राशि में स्थित होंगे। इन ग्रहों की स्थिति के आधार पर इस दिन पांच प्रकार के पंच महापुरुष योगों का निर्माण होगा। साथ ही दोनों गुरु देव गुरु बृहस्पति एवं दैत्य गुरु शुक्र अपनी-अपनी राशि में रहकर के गुरु पूर्णिमा के महत्व को बढ़ाने वाले होंगे।

बन रहे हैं पंच महापुरुष योग

वहीं मंगल अपनी राशि मेष में रहकर रूचक नामक पंच महापुरुष योग का निर्माण करेगा। बुद्धि विवेक ज्ञान के कारक ग्रह बुध अपनी राशि मिथुन में रह करके भद्र नामक पंच महापुरुष योग बनाएगा। उधर देवगुरु बृहस्पति अपनी राशि में रहकर हंस नामक पंच महापुरुष योग का निर्माण करेगा। जबकि शुक्र अपनी राशि वृष में रहकर मालव्य नामक पंच महापुरुष योग के निर्माण करेगा और शनि अपनी राशि में रहकर इस दिन के महात्म्य को बढ़ाएगा।

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