Ganesh Chaturthi 2024 Mantra: गणेश चतुर्थी पर बेहद कल्याणकारी साबित होता है इन 5 मंत्रों का जाप
By रुस्तम राणा | Updated: September 6, 2024 15:03 IST2024-09-06T15:03:57+5:302024-09-06T15:03:57+5:30
Ganesh Chaturthi 2024 Mantra: इस साल यह पर्व 07 सितंबर, शनिवार के दिन मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यता है कि जो कोई भक्त गणेश चतुर्थी के दिन गणपति महाराज की मंत्र सहित विधि-विधान से पूजा करता है तो उसकी सारे विघ्न, बाधाएं दूर हो जाती हैं।

Ganesh Chaturthi 2024 Mantra: गणेश चतुर्थी पर बेहद कल्याणकारी साबित होता है इन 5 मंत्रों का जाप
Ganesh Chaturthi 2024 Mantra: गणेश चतुर्थी पर्व हिन्दू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे हर साल गणेश जन्मोत्सव के रूप में मनाया देशभर में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 07 सितंबर, शनिवार के दिन मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यता है कि जो कोई भक्त गणेश चतुर्थी के दिन गणपति महाराज की मंत्र सहित विधि-विधान से पूजा करता है तो उसकी सारे विघ्न, बाधाएं दूर हो जाती हैं। यहां नीचे गणेश चतुर्थी के मंत्र और आरती दी गई है-
गणेश चतुर्थी मंत्र (Ganesh Chaturthi Puja Mantras)
1. "ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात॥", इस मंत्र का जाप करने से जीवन में आ रही सभी प्रकार की विघ्न-बाधाएं दूर होती हैं।
2. "ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा॥", इस मंत्र का जाप करने से गणपति जी और कुबेर दोनों की कृपा प्राप्त होती है। इस मंत्र का 108 बार नियमित रूप से जाप करें।
3. "गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजाननः। द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिपः॥" मनोकामना पूर्ण करने के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिए। गणपति जी के इस मंत्र का जाप करने से हर तरह की इच्छा पूर्ण होगी और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी।
4. "ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये। वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नम:।।" यह गणेश जी का बीज मंत्र है। इस मंत्र का अर्थ है हे भगवान श्री गणेश जी आपकी कृपा और आशीर्वाद हमें हर जन्म में मिलता रहे।
5. ॐ गं गणपतये नमः।' इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को आर्थिक और समृद्धि प्राप्त होती है।
गणेश आरती (Ganesh Aarti)
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
एक दंत दयावंत,
चार भुजा धारी ।
माथे सिंदूर सोहे,
मूसे की सवारी ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
पान चढ़े फल चढ़े,
और चढ़े मेवा ।
लड्डुअन का भोग लगे,
संत करें सेवा ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
अंधन को आंख देत,
कोढ़िन को काया ।
बांझन को पुत्र देत,
निर्धन को माया ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
'सूर' श्याम शरण आए,
सफल कीजे सेवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
जय गणेश जय गणेश,
जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती,
पिता महादेवा ॥
दीनन की लाज रखो,
शंभु सुतकारी ।
कामना को पूर्ण करो,
जाऊं बलिहारी ॥