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दशहरा : रावण से जुड़ी ये 10 बातें आज तक नहीं जानते लोग, दिल जीत लेंगी, छोड़ देंगे पुतला फूंकना

By उस्मान | Updated: October 19, 2018 11:11 IST

आपने टीवी, फिल्मों या किताबों में रावण के कई किस्से देखे, पढ़े और सुने होंगे। जाहिर है अधिकतर जगह रावण को एक बुरा व्यक्ति बताया गया है। लेकिन कुछ संस्करण की बात करें तो रावण एक बुद्धिमान व्यक्ति था। हम आपको रावण से जुड़ी कुछ ऐसी बता रहे हैं जिन्हें आपको जरूर जानना चाहिए। 

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देशभर में आज दशहरा Dussehra यानी विजयदशमी Vijayadashami की धूम है। बुराई पर अच्छाई की जीत के इस पर्व को पूरा देश धूमधाम से मनाने की तयारी में है। मान्यता है कि रामचंद्र की वनवास के दौरान रावण ने सीता का अपहरण कर लिया और इसके बाद उन्हें छुड़ाने के लिए करीब दस दिनों तक युद्ध चला और अंतिम में राम ने रावण का वद्ध करके सीता को मुक्त कराया। उसके बाद से ही विजयदशमी मनाने की प्रथा चली आ रही है। लोग हर साल रावण के बड़े-बड़े पुतले बनाकर फूंकते हैं और खुशी मनाते हैं। शारदीय नवरात्रि के समय नौ दिन मां दुर्गा का पूजन करने के बाद दसवें दिन रावण का पुतला बनाकर उसका दहन किया जाता है। श्रीराम ने जिस दिन रावण का वध किया उस दिन शारदीय नवरात्र की दशमी तिथि थी। इसलिए इस पर्व को विजयदशमी में भी कहते हैं। रावण के बुरे कर्म पर श्रीराम की अच्छाई की जीत हुई इसलिए इसे बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व के रूप में भी मनाते हैं। आपने टीवी, फिल्मों या किताबों में रावण के कई किस्से देखे, पढ़े और सुने होंगे। जाहिर है अधिकतर जगह रावण को एक बुरा व्यक्ति बताया गया है। लेकिन कुछ संस्करण की बात करें तो रावण एक बुद्धिमान व्यक्ति था। हम आपको रावण से जुड़ी कुछ ऐसी बता रहे हैं जिन्हें आपको जरूर जानना चाहिए। 

1) रामायण के 300 से अधिक संस्करण हैं और हर संस्करण की एक अलग कहानी है। हर कहानी में रावण को एक बुरा आदमी नहीं दिखाया गया है। 

2) रामायण के जैन संस्करण के अनुसार, रावण सीता के पिता थे। 

3) रावण ने सीता का अपहरण इसलिए किया था क्योंकि वो नहीं चाहता था कि उसे जंगल में किसी परेशानी का सामना करे। वो चाहता था कि जब तक राम अपना वनवास पूरा न कर लेते, तब वो महल में सुरक्षित रहे। 

4) चूंकि युद्ध अनिवार्य था, इसलिए उसने अपने जीवन को त्यागने का फैसला किया क्योंकि वह नहीं चाहता था कि सीता अपने जीवन के बाकी हिस्से को विधवा के रूप में जी सके। (रामायण के कुछ संस्करणों के अनुसार)

5) लंका रावण के सौतेले भाई कुबेर को विरासत में मिली थी। उसने रावण और उसके परिवार को वहां रहने नहीं दिया। रावण बड़ा हुआ और कुबेरा को हराकर लंका ले ली। 

6) उनके दस सिर उसकी विशाल बुद्धि का प्रतीक हैं। दस दिमाग की शक्ति वाला एक आदमी। यही वह है जिसे लोग रावण को बुद्धिमान कहते हैं।

7) रावण एक बहुत प्रतिभाशाली संगीतकार था। उसने रुद्र वीणा, एक भारतीय शास्त्रीय उपकरण बनाया। 

8) रावण ने हमेशा प्रतिभा की सराहना की और उनमें से कुछ बेहतरीन यांत्रिकी और वैज्ञानिक थे, जिन्होंने न केवल भारत बल्कि दुनिया के पहले विमानों में से एक बनाया। 

9) टीवी और फिल्मों में रावण का अतिरंजित और भयानक संस्करण दिखाया गया है। इसके विपरीत, वह बहुत सुन्दर होने के लिए भी  जाना जाता था।

10) रावण को जाति व्यवस्था में विश्वास नहीं था। उसने हिंदू जाति व्यवस्था के विपरीत, सभी को समान रूप से व्यवहार किया। 

नोट- ऊपर दी गई जानकारी अलग-अलग टीवी शो, फिल्म और प्रकाशित किताबों के आधार पर है। इस बारे में सभी पाठकों के अलग-अलग विचार भी हो सकते हैं। 

टॅग्स :दशहरा (विजयादशमी)नवरात्रि
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