Dhanteras 2024: हिंदू धर्म में सबसे बड़े त्योहारों में से एक दिवाली का त्योहार अपने साथ लंबी श्रृखंला लाता है। दिवाली का त्यौहार पाँच दिनों तक मनाया जाता है, जिसकी शुरुआत धनतेरस के शुभ अवसर से होती है, जिसे धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। लोग इस दिन खूब खरीदारी करते हैं और शाम के समय पूजा-अर्चना करते हैं। इस दिन, भक्त धन और समृद्धि के लिए देवी लक्ष्मी (माँ लक्ष्मी) और भगवान कुबेर (कुबेर देव) की पूजा करते हैं। इसके अतिरिक्त, इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा का विशेष महत्व है।
कब है धनतेरस?
हिंदू कैलेंडर (पंचांग) के अनुसार, कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की तेरहवीं तिथि को धनतेरस मनाया जाता है इस साल, धनतेरस 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन पूजा का मुहूर्त शाम 6:31 बजे से साल 8:44 बजे तक रहेगा।
कौन हैं धन्वंतरि?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के दौरान प्रकट हुए थे। प्राचीन कथाओं के अनुसार, यह धन्वंतरि ही थे जिन्होंने मंथन के दौरान अमृत (अमरता का अमृत) का कलश निकाला था। उन्हें आयुर्वेद का देवता और देवताओं का दिव्य चिकित्सक माना जाता है। माना जाता है कि धन्वंतरि स्वास्थ्य प्रदान करते हैं और बीमारियों को ठीक करते हैं, यही वजह है कि उन्हें एक ऐसे देवता के रूप में पूजा जाता है जो कल्याण और जीवन शक्ति को बढ़ावा देते हैं।
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, अमृत का कलश प्राप्त करने के लिए देवताओं और राक्षसों द्वारा समुद्र मंथन किया गया था। समुद्र मंथन के दौरान कुल 14 खजाने निकले, जिनमें अमृत का कलश अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण था। यह भगवान धन्वंतरि थे जो कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी के दिन कलश के साथ प्रकट हुए थे। इसलिए, धन्वंतरि की पूजा धनतेरस पर की जाती है। इस शुभ तिथि पर उनके प्रकट होने के सम्मान में इस दिन को धन्वंतरि जयंती के रूप में भी मनाया जाता है।
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