दुनियाभर के करोड़ों लोग हर साल ईस्टर संडे सेलिब्रेट करते हैं। पूरी दुनिया में ईस्टर का रंग देखने को मिलता है मगर इस साल कोरोना वायरस के कहर के बीच लोग अपने घरों के अंदर ही ईस्टर मनाने को मजबूर हैं। देश में भी लॉकडाउन की स्थिती है जिसके चलते लोग अपने घरों में रहने को मजबूर हैं।
ईस्टर संड़े के दिन जहां चर्च में भारी भीड़ जमा होती है वहां इस बार ईस्टर के दिन चर्च में सन्नाटा पसरा दिखाई दे रहा है। मुंबई हो या गोवा। हर शहर के चर्चेज बंद हैं। सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करने के लिए ये फैसला लिया गया है। जो इस समय जरूरी भी है।
गोवा की राजधानी पणजी के Our Lady of the Immaculate Conception Church में मिड नाइट प्रेयर का आयोजिन किया गया। मगर यहां भी लोगों की गैदरिंग को सस्पेंड कर दिया गया। लॉकडाउन के चलते इस साल ईस्टर संडे पर ये चर्च बंद रहेंगे। वहीं मुंबई के St Michael's Church भी ईस्टर के दिन बंद रहेगा ताकि एक जगह पर बहुत सारे लोग इक्ट्ठा ना हो पाएं।
लोगों को किया ऑनलाइन चर्च सर्विस का इंविटेशन
वहीं मुंबई के St Michael's Church के बाहर एक नोटिस लगाया गया है। जिस पर लिखा है, कोरोना वायरस के फैलने के वजह से लोगों के हेल्थ और उनकी जिंदगी पर भारी असर पड़ रहा है। ये वायरस सोशल कॉन्टैक्ट्स और गैदरिंग से भी बढ़ रहा है। इसी के देखते हुए नोवेना की सर्विस चर्च ने सस्पेंड कर दी है।
डिवोटीज को नोवेना की प्रेयर के लिए घर से ही आमंत्रित किया जा रहा है। नोवेना की सर्विस इंग्लिश, हिंदी, मराठी और तमिल भाषा में दी जाएगी।
ईसाई समुदाय के इस बड़े दिन को लोग आज अपने घरों में ही सेलिब्रेट करेंगे। 40 दिनों की प्रेयर के बाद ये ईस्टर संडे आता है जिसे लोग अपने-अपने अंदाज में शेयर करते हैं। मान्यता है कि ईस्टर के दिन ही प्रभु यीशु फिर से जी उठे थे। क्रूस पर चढ़ जाने के तीसरे दिन प्रभु यीशु वापिस आए थे। जिसकी खुशी में हर साल ईसाई समुदाय ईस्टर संडे को मनाता है।