लाइव न्यूज़ :

Chardham Yatra 2023: दो दिन में 61250 लोगों ने कराया पंजीकरण, इस दिन खुल रहे हैं बदरीनाथ और केदारनाथ कपाट

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 24, 2023 16:15 IST

Chardham Yatra 2023: पर्यटन विभाग के उपनिदेशक योगेंद्र गंगवार ने बताया कि हिमालयी धामों के लिए श्रद्धालुओं का पंजीकरण मंगलवार को शुरू हुआ और पहले दो दिनों में अब तक 61,250 लोग पोर्टल पर पंजीकरण करवा चुके हैं।

Open in App
ठळक मुद्देपिछले साल पूरी तरह से शुरू हुई चारधाम यात्रा में रिकार्ड 47 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आए थे।पहाड़ों में भूस्खलन और भूधंसाव जैसी समस्याएं सामान्य हैं जिनका समाधान तभी कर दिया जाता है। पहली बार तीर्थयात्रा में क्यूआर कोड प्रणाली लागू की गयी है।

Chardham Yatra 2023: बदरीनाथ और केदारनाथ की तीर्थयात्रा के लिए पिछले दो दिन में 60,000 से ज्यादा श्रद्धालुओं द्वारा पंजीकरण कराया गया है और इसे ध्यान में रखते हुए अप्रैल में शुरू होने वाली चारधाम यात्रा में पिछले सभी रिकार्ड टूटने का अनुमान लगाया जा रहा है।

इस साल बदरीनाथ के कपाट 27 अप्रैल को और केदारनाथ के कपाट 25 अप्रैल को खुल रहे हैं। पर्यटन विभाग के उपनिदेशक योगेंद्र गंगवार ने बताया कि दोनों हिमालयी धामों के लिए श्रद्धालुओं का पंजीकरण मंगलवार को शुरू हुआ और पहले दो दिनों में अब तक 61,250 लोग पोर्टल पर पंजीकरण करवा चुके हैं।

श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि कोविड-19 के कारण दो साल के अंतराल के बाद पिछले साल पूरी तरह से शुरू हुई चारधाम यात्रा में रिकार्ड 47 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आए थे और इस साल इस संख्या के और बढ़ने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा, ‘‘यात्रा के लिए पंजीकरण के शुरुआती रुझानों को अगर संकेत माना जाए तो इस बार भी यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बहुत ज्यादा होगी।’’ श्रद्धालुओं की संख्या पर जोशीमठ भूधंसाव संकट के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर अजय ने कहा कि राज्य सरकार ने सुरक्षित एवं सुगम यात्रा के संचालन के लिए नगर में सीमा सड़क संगठन की एक टीम नियमित रूप से तैनात करने तथा वहां आपदा नियंत्रण कक्ष स्थापित करने जैसे सभी एहतियाती कदम उठाए हैं।

उन्होंने कहा कि वैसे भी पहाड़ों में भूस्खलन और भूधंसाव जैसी समस्याएं सामान्य हैं जिनका समाधान तभी कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अनावश्यक घबराहट पैदा कर रहे हैं। उधर, गंगवार ने कहा कि पहली बार तीर्थयात्रा में क्यूआर कोड प्रणाली लागू की गयी है।

उन्होंने बताया कि पंजीकरण कराने वाले प्रत्येक श्रद्धालु के मोबाइल फोन में यह क्यूआर कोड भेजा जाएगा जिसके आधार पर उन्हें मंदिर में जाने के लिए टोकन दिया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि यात्रा से पहले पंजीकरण करवाना बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के अलावा प्रदेश में रहने वाले तीर्थयात्रियों के लिए भी अनिवार्य है।

उन्होंने कहा कि जरूरत होने पर अव्यवस्था से बचने के लिए मंदिरों में दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की अधिकतम दैनिक संख्या भी निर्धारित की जा सकती है। जोशीमठ भूधंसाव के मद्देनजर खासतौर से बदरीनाथ के लिए श्रद्धालुओं की दैनिक संख्या निर्धारित किए जाने को विशेषज्ञ जरूरी मान रहे हैं। जोशीमठ को बदरीनाथ धाम जाने के लिए प्रवेशद्वार माना जाता है।

टॅग्स :Char Dham Yatraकेदारनाथबद्रीनाथ मन्दिरBadrinath Temple
Open in App

संबंधित खबरें

भारतजलवायु परिवर्तन का शिकार होती महिलाएं 

क्राइम अलर्टDelhi Vasant Kunj Accident: जीवन की एकमात्र उम्मीद अब खत्म?, मर्सिडीज एसयूवी की चपेट में आकर जान गंवाने वाले रेस्तरां कर्मचारी रोहित के परिवार ने कहा- अब किसके सहारे...

भारतकन्दाड़ और इंद्रोलीः गांव वालों का ये फैसला वाकई कमाल का है...!

भारतUttarakhand Foundation Day: पीएम मोदी ने उत्तराखंड को दी सौगात, 8,260 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का किया उद्घाटन

भारतडोनाल्ड ट्रंप को मंडुए की रोटी या बिस्कुट खाते हुए नहीं देखूंगा, तब तक बूढ़ा नहीं होउंगा, उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा-मैदान नहीं छोड़ेंगे

पूजा पाठ अधिक खबरें

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 05 December 2025: आज 4 राशिवालों पर किस्मत मेहरबान, हर काम में मिलेगी कामयाबी

पूजा पाठPanchang 05 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठPanchang 04 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 04 December 2025: आज वित्तीय कार्यों में सफलता का दिन, पर ध्यान से लेने होंगे फैसले

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 03 December 2025: आज इन 3 राशि के जातकों को मिलेंगे शुभ समाचार, खुलेंगे भाग्य के द्वार