जम्मू: इन नवरात्रों में वैष्णो देवी की पवित्र गुफा में माथा टेकने वालों की संख्या 3.20 लाख तक पहुंची पर यह संख्या वर्ष 2019 के शारदीय नवरात्रों की संख्या का रिकार्ड नहीं तोड़ पाई जब 3.64 लाख श्रद्धालुओं ने वैष्णो देवी की पवित्र गुफा के दर्शन किए थे। इतना जरूर है कि मंदी और कोरोना की पाबंदियों के हटने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने उम्मीद से वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अधिकारियों तथा कटड़ा के व्यापारियों में खुशी का माहौल है।
वहीं, श्रद्धालु भीड़ के कारण कुछ नाखुश नजर आए। ऐसा इसलिए है क्योंकि जैसे जैसे भीड़ बढ़ती है तो गुफा के भीतर स्थित माता की पिंडियों के दर्शनों का समय कम होता जाता है। इस बार नवरात्र के दौरान श्रद्धालुओं की बेहद भारी भीड़ उमड़ी। हालात ये रहे कि माता वैष्णो देवी भवन में पांव तक रखने की जगह नहीं थी। बोर्ड के अनुसार, नवरात्रों के पावन 9 दिनों में माता वैष्णो देवी तीर्थस्थान में 3.20 लाख श्रद्धालुओं ने माथा टेककर आशीर्वाद लिया।
जानकारी के अनुसार, पहले नवरात्र पर 33,850, दूसरे नवरात्र पर 32,678, तीसरे पर 33,400 तो चौथे नवरात्र पर 40,000 श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन किए। उनके अनुसार, 5वें नवरात्र पर 43,000, 6वें पर 35,000, 7वें नवरात्र पर 35,000 और 8वें पर 35,000 श्रद्धालुओं ने माता वैष्णो देवी के भवन पहुंचकर माथा टेका।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2017 के शारदीय नवरात्र में 302057 भक्तों ने माता के दरबार में हाजिरी लगाई थी। इसी प्रकार वर्ष 2018 में 318753 और वर्ष 2019 के शारदीय नवरात्र में 364254 भक्तों ने प्राकृतिक पिंडियों के दर्शन किए थे।
इस बीच श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि पवित्र गुफा के भीतर माता की पिंडियों के दर्शनार्थ मिलने वाला समय नहीं बढ़ेगा। भीड़ बढ़ने पर भक्तों को पिडिंयों के दर्शन के लिए मात्र 3 से 4 सेकेंड ही मिल पाते हैं।