चैत्र नवरात्रि 2018: नौ दिन पहनें ये नौ रंग, प्रसन्न होंगी देवी
By गुलनीत कौर | Updated: March 16, 2018 07:27 IST2018-03-16T07:27:08+5:302018-03-16T07:27:08+5:30
हर दिन यदि आप विशेष रंग के वस्त्र धारण करेंगे, तो देवी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

चैत्र नवरात्रि 2018: नौ दिन पहनें ये नौ रंग, प्रसन्न होंगी देवी
18 मार्च 2018 से चैत्र नवरात्रि प्रारंभ हो रहे हैं। हिन्दू धर्म में नौ दिनों तक चलने वाले इस पर्व की बेहद महत्वता है। यह पर्व आदि शक्ति के नौ रूपों को समर्पित है। प्रत्येक दिन नवदुर्गा के किसी एक रूप की पूजा, व्रत और अराधना की जाती है। हर दिन के हिसाब से एक मंत्र का जाप भी किया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से मां भगवती प्रसन्न होती हैं और भक्त की इच्छाओं को पूरा करती हैं। लेकिन हर दिन यदि आप विशेष रंग के वस्त्र धारण करेंगे, तो भी देवी की कृपा पा सकते हैं। आइए आपको बताते हैं कि दिनों के हिसाब से नवरात्रि में किस रंग के वस्त्र पहनें:
प्रथम दिन देवी शैलपुत्री: नवरात्रि के पहले दिन नवदुर्गा के प्रथम स्वरूप देवी शैलपुत्री की पूजा की जाती है। यदि आप इसदिन व्रत कर रहे हैं तो पीले रंग के वस्त्र धारण करें।
द्वितीय दिन देवी ब्रह्मचारिणी: नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। इन्हें 'तपश्चारिणी' के नाम से भी जाना जाता है। इन्हें प्रसन्न करने के लिए इसदिन हरे रंग के वस्त्र धारण करें।
तृतीय दिन देवी चंद्रघंटा: नवरात्रि की तृतीय तिथि पर देवी चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना की जाती है। इनकी कृपा पाने के लिए भक्त को स्लेटी रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए।
चतुर्थ दिन देवी कूष्मांडा: नवदुर्गा का चतुर्थ स्वरूप है देवी कूष्मांडा। इनकी अराधना नवरात्रि की चतुर्थी तिथि पर की जाती है। यदि इसदिन व्रत कर रहे हैं तो नारंगी रंग के वस्त्र धारण करके देवी की पूजा करें। प्रसन्न होकर देवी कृपा करेंगी।
पंचम दिन देवी स्कंदमाता: नवरात्रि की पंचमी को स्कंदमाता की पूजा की जाती है। इन्हें प्रसन्न करने के लिए भक्त सफेद रंग के वस्त्र पहनें।
षष्ठी देवी कात्यायनी: नवरात्रि के छठे दिन नवदुर्गा के छठे स्वरूप देवी कात्यायनी को याद किया जाता है और इनके नाम का व्रत एवं पूजन किया जाता है। इन्हें प्रसन्न करने के लिए भक्त लाल रंग के वस्त्र धारण करें।
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सप्तम दिन देवी कालरात्रि: नवरात्रि की सप्तमी पर देवी कालरात्रि की पूजा की जाती है। इनकी पूजा करने से भक्त भय और शत्रुओं से मुक्त हो जाता है। यदि आपको कोई भय सताता है तो नवरात्रि की सप्तमी को व्रत करें और नीले रंग के वस्त्र धारण करके देवी की पूजा करें।
अष्टमी देवी महागौरी: सौम्यता की प्रतीक देवी महागौरी को मां पार्वती का ही रूप माना जाता है। अष्टमी का व्रत करने वाले साधक गुलाबी रंग के वस्त्र धारण करें। देवी की असीम कृपा होगी।
नवमी देवी सिद्धिदात्री: नवरात्रि की नवमी तिथि पर देवी सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना की जाती है। इनका व्रत एवं पूजन करने से अनेकों सिद्धियों की प्राप्ति होती है। इस दिन व्रत कर रहे हैं तो बैंगनी रंग के वस्त्र पहनें।
