हिन्दू धर्म में अष्टमी तिथि को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। जिस दिन अष्टमी बुधवार के दिन पड़ जाती है उसे बुद्ध अष्टमी कहते हैं। इस साल दिसंबर के महीने में ये बुद्ध अष्टमी पड़ रही है। जिसमें लोग पूरे विधि विधान से बुध देव और सूर्य की उपासना करते हैं। ये अष्टमी तिथि शुक्ल और कृष्ण पक्ष में पड़ सकती है।
हिन्दू धर्म के अनुसार जो जातक बुद्ध अष्टमी का व्रत रखते हैं उन्हें मृत्यु के बाद नरक नहीं जाना पड़ता। लोककथा की मानें तो माना ये भी जाता है कि बुद्ध अष्टमी का व्रत रखने से इंसानों के सभी पाप कट जाते हैं। मान्यता है कि जिनकी कुंडली में बुध कमजोर होता है उनके लिए यह व्रत काफी लाभदायक होता है।
बुद्ध अष्टमी की शुभ तिथि
सूर्योदय 06:56 AMसूर्यास्त 05:36 PM
बुध अष्टमी पूजा विधि
1. बुध अष्टमी के दिन जातक को सुबह उठकर व्रत का संकल्प लेना चाहिए। साथ ही बुध ग्रह की पूजा करनी चाहिए।2. इस दिन भगवान बुद्ध को नवैद्य का भोग लगाना चाहिए। पूजा खत्म करके उसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करना चाहिए।