हिन्दू धर्म में भाई-बहनों के लिए दो बड़े त्योहार बने हैं। एक है रक्षाबंधन और दूसरा भाईदूज। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीय तिथी को मनाए जाने वाले इस त्योहार का इंतजार भाई-बहनों को हमेशा से रहता है। इसे यम द्वितीया भी कहा जाता है। इस दिन बहन भाई के माथे पर टीका काढ़ती है।
इस साल भाई दूज का ये पवित्र पर्व 29 अक्टूबर को पड़ रहा है। दिवाली के दो दिन बाद आने वाला ये एक ऐसा उत्सव है जो भाई बहन के अगाध प्रेम और स्नेह को दिखाता है। इस दिन हर बहन अपने भाई की खुशहाली की कामना करते हैं। आइए आपको बताते हैं क्या है इसका महत्व और शुभ मुहूर्त।
भाई-दूज का महत्व
मान्यता है कि भाई दूज वाले दिन जो बहने अपने भाई को तिलक लगाती हैं उससे यमदोषों से मुक्ति मिलती है। सिर्फ यही नहीं सिर्फ यही नहीं बताया ये भी जाता है कि इस दिन भाई अपने बहन के हाथों का खाना खाता है उसे उत्तम भोजन के साथ धन की प्राप्ति भी होती है। इस दिन की पौराणिक मान्यता भी सबसे ज्यादा है।
भाई दूज पर तिलक करने का शुभ मुहूर्त
भाई दूज तिथि – मंगलवार, 29 अक्टूबर 2019भाई दूज तिलक मुहूर्त - 13:11 से 15:23 बजे तक (29 अक्टूबर 2019)द्वितीय तिथि प्रारंभ - 21:07 बजे से (अक्टूबर 2019 )द्वितीय तिथि समाप्त - 21:20 बजे तक (अक्टूबर 2019 )
भाई दूज के इस पर्व को उत्तर भारत में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। इस दिन बहनें जब भी अपने भाईयों के लिए खाना बनाएं तो उन्हें चावल की खीर जरूर बनाना चाहिए इसे शुभ माना जाता है।