Apara Ekadashi 2024: इस बार अपरा एकादशी व्रत 2 जून, रविवार को रखा जाएगा। हिंदू पंचांग में ज्येष्ठ माह कृष्ण पक्ष की एकादशी को अपरा एकादशी के नाम से जाना जाता है। शास्त्रों में इसे अचला एकादशी भी कहते हैं। धार्मिक मान्यता है कि जो कोई भक्त अपरा एकादशी व्रत को विधि-विधान के साथ सच्चे मन से करता है उसके जीवन से सभी दुखों का नाश होता है उसकी समस्त प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। हालांकि शास्त्र नियमानुसार, अपरा एकादशी के दिन कुछ बातों का विशेष रूप से पालन करना चाहिए।
1. नियमानुसार, अपरा एकादशी के दिन चावल नहीं खाना चाहिए। मान्यता है कि एकादशी के दिन चावल खाने से अगला जन्म रेंगने वाले जीव योनि में होता है। द्वादशी के दिन चावल खाना चाहिए।
2. इस दिन तुलसी की पूजा करना न भूलें। शाम को तुलसी के समीप शुद्ध घी का दीपक जलाएं। इस दिन ॐ वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करें और तुलसी की 11 बार परिक्रमा करें। मान्यता है कि ऐसा करने से आपका आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।
3. क्रोध व्यक्ति के विवेक को मार देता है। अपरा एकादशी के दिन व्रती श्रद्धालु को क्रोध नहीं करना चाहिए। कहा जाता है कि इस दिन क्रोध करने से भगवान विष्णु अप्रसन्न होते हैं जिससे जीवन की खुशियां चली जाती है।
4. अपरा एकादशी के दिन देर तक नहीं सोना चाहिए। इस दिन जल्दी उठकर गंगाजल से स्नान करना चाहिए और पीले वस्त्र धारण करना चाहिए। विष्णु जी की पूजा करें।
5. इस दिन महिलाओं का अपमान नहीं करना चाहिए। ऐसा कहते हैं कि इससे मां लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। इसके अलावा इस दिन नहाते समय साबुन का प्रयोग नहीं करना चाहिए और न ही नाखून और बाल काटना चाहिए।
6. एकादशी तिथि स्वयं में पवित्र तिथि होती है। इसलिए शारीरिक संबंध या गलत विचारों आदि से दूर रहना चाहिए। इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और जगत के पालन हार विष्णु जी का स्मरण करना चाहिए।
7. अपरा एकादशी व्रत से एक दिन पहले से प्याज-लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए और इस दिन भी तामसिक पदार्थों के सेवन से दूरी बनाए रखनी चाहिए। इस दिन संभव हो तो व्रत रखें अन्यथा सात्विक भोजन ग्रहण करें।