भूल से भी कभी अपने पार्टनर की तुलना अपने पिता से ना करें, ऐसा हम नहीं बल्कि हाल ही में हुए एक शोध का कहना है। प्रसिद्ध भारतीय मैट्रिमोनी वेबसाइट 'भारत मैट्रिमोनी' द्वारा 'नॉट माय टाइप' नाम की स्टडी की गई जिसके परिणाम अनुसार 68 प्रतिशत प्रतिभागियों का कहना था कि महिलाओं को अपने पार्टनर की तुलना अपने पति से नहीं करनी चाहिए। ऐसा करके वे अपने पार्टनर का दिल दुखाती हैं।
भारत मैट्रिमोनी की इस स्टडी में कुल 800 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। स्टडी में सभी से कुछ सवाल किए गए, जैसे कि 'अगर लड़की आपकी तुलना अपने पिता से करे तो क्या यह ठीक है', 'क्या आप ऐसे पार्टनर के साथ खुश रहेंगे जो छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दे', 'क्या इमोशनल पार्टनर आपकी पसंद है'। इस तरह के कुल 10सवाल स्टडी का हिस्सा थे।
इन सभी सवालों में से सबसे अधिक रिस्पांस फीमेल पार्टनर द्वारा मेल पार्टनर की अपने पिता से तुलना करने वाले सवाल पर आया। जिसके अनुसार 68 प्रतिशत प्रतिभागियों का कहना था कि कभी भी पार्टनर की तुलना पिता से नहीं की जानी चाहिए। ऐसा कर मेल पार्टनर को दुःख होता है और यह रिश्ते को भी कमजोर बनाता है।
इसके अलावा 54 प्रतिशत में से 28 प्रतिशत लड़कियों ने कहा कि शादी के बाद लड़के में कुछ बदलाव लाना सही है, जबकि 46 प्रतिशत लड़कों ने इसपर ऐतराज जताया है। 80 प्रतिशत प्रतिभागियों को लंबे समय तक फोन पर व्यस्त रहने वाली लड़कियां नहीं पसंद। इसमें 58 प्रतिशत लड़कियां भी शामिल हैं।
भारत मैट्रिमोनी ने यह स्टडी विशेष रूप से लड़कों के लिए थी कि उन्हें किस तरह की लड़की पसंद है। इस स्टडी के अलावा वेबसाइट ने लड़कियों के लिए भी ऐसे ही सर्वे किया था जिसमें सभी से पूछा गया कि लड़कियों को कैसे लड़के पसंद आते हैं।
फोटो: पी एक्स हियर