तो क्या आपको भी हो जाता है बार-बार प्यार?
By गुलनीत कौर | Updated: June 6, 2018 16:46 IST2018-06-06T16:46:57+5:302018-06-06T16:46:57+5:30
कॉल/मैसेज पर बात करने और एक दूसरे को कुछ दिन डेट करने के बाद उनके और अपने स्वभाव के बीच के फर्क को समझें।

तो क्या आपको भी हो जाता है बार-बार प्यार?
लाइफ में किसी नए इंसान का आना, उससे बातें करना, दिन रात उसके संपर्क में रहना और फिर धीरे-धीरे भावनात्मक रूप से उसके करीब हो जाना। अक्सर लोग इसे प्यार समझ बैठते हैं। कुछ लोगों को इन बेसिक कारणों के मौजूद होने पर ही प्यार की अहसास होने लगता है। उन्हें अपने जीवनसाथी के मिल जाने का अनुभव होने लगता है। लेकिन ये वाकई प्यार है या कुछ और, दोनों के बीच के अंतर को समझने के बाद ही आगे बढ़ें।
1. खुद से बात करें
उसे देखते ही आप अपना दिल हार बैठे। फिर करीबी दोस्तों को उसके बार में बताया, उनकी सलाह भी मांगी। और सभी ने आपकी फीलिंग्स को हरी झंडी दी। लेकिन क्या आपने अपने आप से पूछा? क्या वो वाकई आपके लिए सही है? क्या आगे बढ़ना चाहिए? क्या आप दोनों की बनेगी? इन सवालों को खुद से पूछे बिना आगे बढ़ना बेवकूफी है।
2. जल्दी ना करें
आपका क्रश आपसे बातें करे, मिलने आए और खुद भी आपमें रूचि दिखाए, इसे प्यार समझने से पहले थोड़ा वक्त लें। पूरा दिन बात करना सही है, लेकिन बीच में थोड़ा स्पेस भी बनाएं। उनसे बात करने के अलावा अपना कुछ समाया परिवार या दोस्तों को भी दें। इस बीच आप इस फैसले पर आ पाएंगे कि वह आपके लिए सही है या नहीं।
3. अच्छे-बुरे में फर्क करना सीखें
कॉल/मैसेज पर बात करने और एक दूसरे को कुछ दिन डेट करने के बाद उनके और अपने स्वभाव के बीच के फर्क को समझें। उनकी कौन सी बात आपको नहीं पसंद और आपकी किस आदत को वे कभी स्वीकार नहीं कर पाएंगे या पाएगी। इसे जानने के बाद ही आगे बढ़ें।
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4. प्यार के पीछे का कारण जानें
जी हां, आपके प्यार करने के पीछे भी कोई ना कोई कारण रहा होगा। आपको उनकी लुक्स पसंद आई, उनके बात करने का तरीका अच्छा लगा, या फिर आप अकेले थे इसलिए प्यार में पढ़ गए। लेकिन प्यार के पीछे का कोई ठोस कारण खोजें और अगर ना मिले तो प्यार करने में थोड़ा और समय लें। प्यार ऐसा होना चाहिए कि आप जिंदगी के हर अच्छी-बुरे मोड़ पर उनके साथ रहें। हर परिस्थिति में ये प्यार मजबूत ही रहे।
5. दोस्तों से बात करें
कुछ चीजें हमें खुली आंखों से भी नहीं दिखती हैं। हमारा दिमाग उन्हें समझने की हालत में नहीं होता है। ऐसे में अपने सबसे नजदीकी दोस्तों की मदद लें। कोई एक या दो, जिनसे आप हर बात शेयर कर सकें। उनसे बात करें, उनकी राय लें, और इसके बाद ही समझें कि क्या ये वाकई प्यार है या महज आपके दिमाग का धोखा?
फोटो: वेक्टर मार्केटिंग

