जब सैफ अली खान की पत्नी अमृता सिंह ने सास शर्मिला टैगोर के लिए कही थी ये बात, हर बहू करेगी इससे रिलेट
By मेघना वर्मा | Published: July 26, 2020 09:03 AM2020-07-26T09:03:50+5:302020-07-26T09:03:50+5:30
सैफ अली खान और अमृता सिंह ने साल 1991 में शादी की थी। दोनों के दो बच्चे सारा अली खान और इब्राहिम खान हैं। वहीं साल 2004 में दोनों एक-दूसरे से अलग हो गए।
सास-बहू का रिश्ता दुनिया में सबसे अनोखे रिश्तों में एक माना जाता है। इस रिश्ते से आम पब्लिक तो क्या बड़े-बड़े स्टार्स भी प्रभावित दिखते हैं। सास-बहू का रिश्ता ऐसा होता है जिसमें प्यार भी होता है और नोंक-झोंक भी। सास को बहू की कोई बात पसंद नहीं आती तो वहीं बहू को सास की कही हर बात ताने जैसी लगती है।
इसी रिश्ते पर सैफ अली खान और उनकी पत्नी अमृता सिंह ने अपनी सास शर्मिला टैगोर के बारे में बताया था। सैफ और अमृता का रिश्ता प्यार से शुरू होकर कड़वाडट भरा रहा और दोनों की राहें जुदा हो गईं। एक-एक करके इन दोनों के रिश्ते की कड़वाहट लोगों के सामने आने लगी। अमृता ने एक बार बताया था कि उनकी सास शर्मिला टैगोर का बर्ताव उनके साथ बहुत कड़वा था।
एनबीटी की खबर की मानें तो एक बार अमृता सिंह ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वो सैफ से हमेशा कहती थीं कि उन्हें कभी सास शर्मिला के साथ अकेले ना छोड़ा करें। अमृता ने बताया कि ये उन्हें जबरदस्त तनाव देता था। आम घरों में भी अक्सर बहुएं, सास के साथ अकेले होने पर ऐसा ही फील करती हैं।
हलांकि ये सभी घरों में नहीं होता मगर जिन घरों में सास और बहू के रिश्ते इतने खुले नहीं होते वहां दोनों एक-दूसरे के साथ अकेले होते हुए असहज महसूस करने लगते हैं। इनमें बहुएं ऐसा ज्यादा फील करती हैं। किसी-किसी घर में तो कोल्ड वॉर जैसा माहौल भी बन जाता है (हम फिर कह रहे हैं कि जरूरी नहीं ऐसा हर घर में हो)
सास-बहू के बीच ऐसी नौबत कब आती है आइए हम बताते हैं आपको-
जब सास ना करे बहू को स्वीकार
लव मैरिज हो या अरेंज जब सास अपनी बहू को एक्सेप्ट कनहीं करती तो उनका बर्ताव बहू के प्रति बदल जाता है। अमृता सिंह भी उम्र में सैफ से बड़ी थीं। शादी के बारे में सैफ ने पहले किसी को नहीं बताया ये सभी चीजें शर्मिला को रास नहीं आईं थीं। इसलिए उन्होंने अपनी बहू को नहीं स्वीकार सकीं।
जब नहीं मानी जाती उनकी बात
अक्सर घर में बहू आने के बाद सास को लगता है कि उनके बेटे का प्यार बंट गया है। उसके ऊपर से जब सास की कोई भी बाद घर में नहीं मानी जाती तो भी इस चीज का दोषी वो बहू को ही समझती हैं और उनके बर्ताव में चेंज आने लगता हैं।
पति को निभानी चाहिए ये भूमिका
पति का रोल सास और बहू दोनों को संभालने का होना चाहिए। मगर ऐसी परिस्थिति में अक्सर पति अपनी पत्नी और मां को एक-दूसरे के साथ छोड़ देते हैं। जबकि पति को अपनी मां और पत्नी दोनों को समझाना चाहिए। दोनों के बी सामंजस्य बैठाना चाहिए। ताकि सास-बहू के बीच नेगेटिविटि कम हो।