लखनऊ: कानपुर शूटआउट को लेकर विपक्ष लगातर योगी सरकार पर सवाल उठा रहा है। बुधवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ को फिर घेरा। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा कि अब तो विकास खुद ही पूछ रहा है कि 'विकास' को कब गिरफ्तार करोगे...करोगे भी या नहीं? वैसे यूपी की 'नाम बदलू' भाजपा सरकार के पास एक विकल्प और है...किसी और का नाम बदलकर 'विकास' रख ले और फिर...बाकी क्या कहना... जनता खुद समझदार है।
इससे पहले अखिलेश ने कहा था कि उत्तर प्रदेश सत्ता व अपराध के गठजोड़ के उस वीभत्स दौर में है, जहां न तो पुलिस को मारने वाले दुर्दांत अपराधी पर कोई कार्रवाई हुई है और न ही उस अधिकारी पर जिसकी संलिप्तता का प्रमाण चतुर्दिक उपलब्ध है। ऐसे में तथाकथित निष्पक्ष जांच भी उनसे करवाई जा रही है, जो खुद कठघरे में खड़े हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में अवैध हथियार रखने और साइबर अपराध के मामले बहुत बढ़ गए हैं, लेकिन राज्य की भाजपा सरकार कार्रवाई करने के बजाय आंकड़ों की बाजीगरी में लगी हुई है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘पूरे देश के कुल अवैध हथियारों के मामले में 56 प्रतिशत मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज हैं। 2016-2018 के मध्य राज्य में साइबर अपराधों के मामले में 138 प्रतिशत की वृद्धि हुई।’’ कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने आरोप लगाया, ‘‘ उत्तर प्रदेश सरकार इन आंकड़ों को संज्ञान में लेकर कार्रवाई करने के बजाय इनकी बाजीगरी करने का काम कर रही है। (फिर) अपराध कम कैसे होगा ? ’’
प्रदेश के बलिया जिले में एक महिला अधिकारी की कथित खुदकुशी की घटना पर प्रियंका ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘बलिया में तैनात गाजीपुर निवासी युवा अधिकारी मणिमंजरी के बारे में दुखद समाचार मिला। खबरों के अनुसार उन्होंने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मणिमंजरी के परिवार को न्याय मिले, इसके लिए सभी तथ्यों का सामने आना और निष्पक्ष जांच बहुत जरूरी है।’’