इलाहाबाद उच्च न्यायालय का निर्देश, यूपी निर्वाचन आयोग 30 अप्रैल से 15 मई के बीच कराएं पंचायत चुनाव
By सतीश कुमार सिंह | Published: February 5, 2021 12:00 PM2021-02-05T12:00:04+5:302021-02-05T12:01:34+5:30
Uttar Pradesh Panchayat Chunav 2021: इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति मुनीश्वर नाथ भंडारी और न्यायमूर्ति रोहित रंजन अग्रवाल की पीठ ने हाथरस निवासी विनोद उपाध्याय द्वारा दायर याचिका पर यह आदेश पारित किया।
Uttar Pradesh Panchayat Chunav 2021: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया है। उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग से कहा कि पंचायत चुनाव 30 अप्रैल से लेकर 15 मई 2021 तक करा लिए जाएं।
15 मई तक ही जिला पंचायत सदस्यों और ब्लाक प्रमुखों का चुनाव कराने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण का कार्य 17 मार्च तक पूरा करने निर्देश दिया है। कोर्ट ने साफ कहा है कि 17 मार्च तक आरक्षण का कार्य पूरा कर लिया जाए।
न्यायमूर्ति मुनीश्वर नाथ भंडारी और न्यायमूर्ति रोहित रंजन अग्रवाल की पीठ ने हाथरस निवासी विनोद उपाध्याय द्वारा दायर याचिका पर यह आदेश पारित किया। इसमें याचिकाकर्ता ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 243-ई के प्रावधानों के मुताबिक चुनाव कराने के लिए राज्य चुनाव आयोग को निर्देश जारी करने और चुनाव होने तक जिला पंचायत के शांतिपूर्ण कामकाज में हस्तक्षेप नहीं करने का राज्य सरकार को निर्देश देने की मांग की थी।
इससे पूर्व, बुधवार को चुनाव आयोग के वकील ने अदालत के समक्ष चुनाव के कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिसे देखने के बाद अदालत ने कहा, “संविधान के आदेश के मुताबिक, पंचायत चुनाव 13 जनवरी, 2021 को या इससे पूर्व करा लिए जाने चाहिए थे।” अदालत ने कहा, “चुनाव आयोग के निर्वाचन कार्यक्रम से यह चुनाव मई, 2021 में पूरा होता दिख रहा है। प्रथम दृष्टया हम चुनाव आयोग द्वारा दिए गए कार्यक्रम को स्वीकार नहीं कर सकते।”
राजस्थान: 87 नगर निकायों में सभापति पद के लिए 197 उम्मीदवार मैदान में
राजस्थान के 87 नगर निकायों में अध्यक्ष पद के लिए अब 197 उम्मीदवार मैदान में बचे हैं। इन निकायों में अध्यक्ष पद के लिए सात फरवरी को मतदान होगा। उल्लेखनीय है कि राज्य के 20 जिलों के 90 निकायों के 3034 वार्ड में पार्षद के लिए मतदान रविवार को हुआ था।
राज्य निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता के अनुसार इन निकायों में अध्यक्ष पद के लिए सात फरवरी को मतदान होगा। इसके लिए जांच के बाद 268 उम्मीदवारों के नामांकन सही पाए गए जिनमें से 68 ने अपने नाम वापस ले लिए। तीन जगह बांसवाड़ा के कुशलगढ़, झुंझुनू के मुकंदगढ़ व नागौर के कुचेरा में अध्यक्ष सर्वसम्मति से चुने गए हैं। अब बाकी बचे 87 निकायों में सभापति का चुनाव होना है। उसके बाद उपसभापति या उपाध्यक्ष चुने जाएंगे।
(इनपुट एजेंसी)