यह हमारे देश का मसला है, CAA और NRC वापस लें पीएम मोदीः ममता
By भाषा | Updated: December 20, 2019 16:35 IST2019-12-20T16:35:42+5:302019-12-20T16:35:42+5:30
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), 2019 के संदर्भ में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कहा कि वह मामले में हस्तक्षेप करें और सुनिश्चित करें कि कानून तुरंत वापस लिया जाए।

मुझे अपने देश पर गर्व है..... मुझे अपने देशवासियों पर पूरा भरोसा है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), 2019 के संदर्भ में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कहा कि वह मामले में हस्तक्षेप करें और सुनिश्चित करें कि कानून तुरंत वापस लिया जाए।
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बनर्जी ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि वह ‘‘जन-विरोधी’’ कानून और पूरे देश में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लागू करने की योजना वापस लें। अपनी अपील में तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा, ‘‘यह किसी राजनीतिक जीत या हार के बारे में नहीं है। यह हमारे देश का मसला है.... सीएए और एनआरसी वापस लें।’’
West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee: 'No NRC & No CAB' meeting will be held on 23rd December in all the sub-division headquarters of the state. All the party leaders have been informed. pic.twitter.com/qZSa5rOAJJ
— ANI (@ANI) December 20, 2019
सीएए और प्रस्तावित एनआरसी पर संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में जनमत संग्रह के अपने गुरुवार के बयान से पलटते हुए बनर्जी ने कहा कि उन्होंने सिर्फ देश के निष्पक्ष विशेषज्ञों से जनमत संग्रह कराने को कहा था जिसकी प्रक्रिया की निगरानी संयुक्त राष्ट्र द्वारा की जा सकती है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अपने देश पर गर्व है..... मुझे अपने देशवासियों पर पूरा भरोसा है। मैंने कहा था कि निष्पक्ष विशेषज्ञों के एक पैनल और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्यों द्वारा जनमत संग्रह कराया जाए। संयुक्त राष्ट्र इसकी निगरानी कर सकता है।’’
WB CM on her statement 'Let an impartial org like UN or Human Rights Commission form a committee to see how many people are in favour or against #CitizenshipAmendmentAct': I mentioned only opinion poll. I said Human Rights Commission & UN are impartial institutions. (1/2) pic.twitter.com/KA9c1XrnBN
— ANI (@ANI) December 20, 2019
बहुलतावाद राष्ट्र की मुख्त ताकत है: ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को लोगों से विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ एकजुट होने की अपील करते हुए कहा कि बहुलतावाद राष्ट्र की मुख्य ताकत है। ‘अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार एकता दिवस’ के मौके पर ट्विटर पर उन्होंने कहा कि लोगों को धर्म और जाति के आधार पर नहीं बांटा जाना चाहिए।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आओ, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार एकता दिवस पर हम अनेकता में एकता का उत्सव मनाएं। यह हमारी शक्ति है। आओ, मिलकर उन विभाजनकारी ताकतों को हराएं जो हमें धर्म और जाति के आधार पर बांटना चाहती हैं।’’ मुख्यमंत्री संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ मुखर हैं।