प्रियंका गांधी कांग्रेस के लिए भीड़ जुटायेगी लेकिन वोट नहीं!
By भाषा | Published: February 7, 2019 06:01 PM2019-02-07T18:01:59+5:302019-02-07T18:01:59+5:30
प्रियंका गांधी ने छह फरवरी को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव के रूप में पद भार संभाला था। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बहन प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश पूर्व का पदभार सौंपा है।
तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा कांग्रेस के लिए भीड़ जुटाएंगी लेकिन उसे वोट नहीं दिला सकती हैं। तेलंगाना में सत्तारूढ़ पार्टी के प्रवक्ता आबिद रसूल खान ने कहा, ‘‘वे दिन अब लद गये है जब लोग सुपर-करिश्मे के साथ आते थे और मतदाताओं को आकर्षित करते थे । आज का मतदाता शिक्षित है, विशेषकर युवा, जो प्रभाव छोड़ रहे है।’’
खान ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘वे (मतदाता) उन पार्टियों के साथ है जो वादे करते हैं और उन्हें पूरा करते हैं।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘इस संदर्भ में ‘‘क्लासिक मामला’’ टीआरएस है जिसने अपने सुशासन और वादों को पूरा करके राज्य में हाल में हुए विधानसभा और पंचायत चुनावों में जीत दर्ज की और इसमें कोई ‘‘करिश्मा’’ नहीं था।’’
प्रियंका ने बुधवार को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव के रूप में पद भार संभाला था। खान ने कहा, ‘‘किसी फिल्म स्टार या सेलिब्रिटी के प्रवेश की तरह ही उनका (प्रियंका) प्रवेश केवल भीड़ जुटाने के लिए है लेकिन वे इसे मतों में नहीं बदल पायेंगे क्योंकि मतदाताओं ने निर्णय लिया है कि वे ऐसी पार्टियां चाहते हैं जो वादों को पूरा करे।’’
कुछ विश्लेषकों के आकलन पर कि प्रियंका का ‘‘करिश्मा’’ उनकी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के समान है, उन्होंने कहा, ‘‘इसमें अंतर है।’’
खान ने कहा कि इंदिरा गांधी के दिनों के दौरान करिश्मा महत्वपूर्ण था क्योंकि ज्यादातर मतदाता निरक्षर थे और अब ऐसा नहीं है। सोशल और दूसरे मीडिया साधनों की बदौलत लोग अब करिश्मा ही नहीं, अपने अधिकारों की भी मांग कर रहे हैं।