मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को ही प्रदेश भाजपा कार्यालय दीन दयाल परिसर में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए इस बात के संकेत दिए थे की लॉकडाउन समाप्ति के पूर्व मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा. प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में माना जा रहा था 28 अथवा 29 मई को विस्तार होगा.
इसी बीच राजभवन तक कोरोना संक्रमण पहुंचने के साथ-साथ शपथ लेने जा रहे मंत्रियों के नामों और संख्या पर सहमति न बन पाने के कारण विस्तार को टाल दिया गया है. ग़ौरतलब है कि मध्य प्रदेश राजभवन जहां शपथ समारोह आयोजित होना है वहाँ पर काम करने वाले 7 पर लोगों को कोरोना का संक्रमण पाया गया है .
इससे यह संकट खड़ा हो गया था कि राजभवन में शपथ समारोह कैसे हो. संक्रमण के चलते राज भवन में प्रवेश लगभग प्रतिबंधित कर दिया गया है. इसके विकल्प भी तलाशे जा रहे थे कि विस्तार में दूसरी बड़ी मुश्किल मंत्री बनने के इच्छुक राजनेताओं की तरफ़ से है.
भाजपा अभी सिर्फ 22 से लेकर 24 मंत्री बनाना चाह रही है। वहीं भाजपा अपने पुराने लोगों के साथ ही सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर आए और मंत्री बनने के इच्छुक लोगों की कतार बहुत लंबी है. भाजपा को यह डर सता रहा है कि कहीं इस वजह से मंत्री न बन पाने वाले लोगों की नाराज़गी के कारण पार्टी के भीतर असंतोष न फैल जाए.
आने वाले दिनों में राज्य के 24 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव भी हैं. ऐसे में असंतोष पार्टी को नुकसान पहुंचा सकता है. इन्हीं दोनों वजहों के चलते मंत्रिमंडल का विस्तार थोड़ा आगे टाल दिया गया है. बहुत संभव है कि अब विस्तार जून के प्रथम सप्ताह में हो.