शत्रुघ्न सिन्हा और रविशंकर प्रसाद की जंग में लालू-मोदी फैक्टर की साख दांव पर
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 11, 2019 11:33 AM2019-05-11T11:33:24+5:302019-05-11T11:33:24+5:30
पटना साहिब में चाय की दुकान चलाने वाले संतोष यादव का कहना है कि 'चुनाव में तो ऐसा है कि वोट पड़ने के बाद ही कुछ कह सकते हैं, लेकिन इस सीट पर फूल (भाजपा) मजबूत है. वैसे भी लालूजी बिहार के नेता हैं और मोदीजी देश के.
बिहार में कई मायनों में अति प्रतिष्ठित पटना साहिब लोकसभा सीट का चुनाव इस बार भी राज्य ही नहीं पूरे देश की उत्सुकता का केंद्र बना हुआ है. यहां के दोनों कद्दावर प्रत्याशी कांग्रेस के शत्रुघ्न सिन्हा और भाजपा के रविशंकर प्रसाद भले ही एक ही जाति से आते हैं किंतु स्थानीय मतदाताओं का एक बड़ा वर्ग इसे एक ऐसे चुनाव के रूप में ले रहे हैं जिस पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद का प्रभाव एवं मोदी फैक्टर की साख कसौटी पर है.
पटना साहिब में चाय की दुकान चलाने वाले संतोष यादव का कहना है कि 'चुनाव में तो ऐसा है कि वोट पड़ने के बाद ही कुछ कह सकते हैं, लेकिन इस सीट पर फूल (भाजपा) मजबूत है. वैसे भी लालूजी बिहार के नेता हैं और मोदीजी देश के. यह टिप्पणी सिर्फ संतोष यादव की ही नहीं है बल्कि बांकीपुर, कुम्भरार से लेकर पटना साहिब तक एक बड़े वर्ग की भी यही राय है.
पटना साहिब सीट देश की उन चुनिंदा सीटों में एक है जहां कायस्थ मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं. भाजपा ने इस सीट पर पार्टी से असंतुष्ट रहने वाले शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट इस बार काट दिया और उन्हीं की जाति से संबंध रखने वाले केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को टिकट दिया है. इसके बाद सिन्हा भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए. पटना साहिब पर सिन्हा को महागठबंधन का समर्थन हासिल है जिसमें लालू प्रसाद यादव की अगुवाई वाला राजद भी शामिल है.