सपा से इस्तीफा, भाजपा से चुने गए सांसद, नागर और सेठ ने ली राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ, रास में BJP के 80 MP
By भाषा | Published: September 19, 2019 03:03 PM2019-09-19T15:03:03+5:302019-09-19T15:03:03+5:30
दोनों सीटों पर हुये उपचुनाव में 16 सितंबर को सेठ और नागर दूसरे कार्यकाल के लिये पुन: चुने गये। दोनों सदस्य, राज्यसभा में पहले कार्यकाल के लिये समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुने गये थे। सभापति कार्यालय में नायडू ने नागर और सेठ को शपथ दिलायी।
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने उच्च सदन के लिये उत्तर प्रदेश से नवनिर्वाचित सदस्य के रूप में संजय सेठ और सुरेन्द्र सिंह नागर को बृहस्पतिवार को शपथ ग्रहण करायी।
नागर और सेठ हाल ही में उच्च सदन के लिये उत्तर प्रदेश की रिक्त हुयी दो सीटों के लिये हुये उपचुनाव में भाजपा सदस्य के रूप में चुने गये हैं। राज्यसभा सचिवालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, नागर और सेठ का उच्च सदन में पहला कार्यकाल जुलाई 2016 में चुने जाने के साथ ही शुरू हुआ था, लेकिन नागर ने गत दो अगस्त को और सेठ ने पांच अगस्त को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
दोनों सीटों पर हुये उपचुनाव में 16 सितंबर को सेठ और नागर दूसरे कार्यकाल के लिये पुन: चुने गये। दोनों सदस्य, राज्यसभा में पहले कार्यकाल के लिये समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुने गये थे। सभापति कार्यालय में नायडू ने नागर और सेठ को शपथ दिलायी।
इस मौके पर राज्यसभा में नेता सदन और केन्द्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत, रेल मंत्री पीयूष गोयल और राज्यसभा के महासचिव दीपक वर्मा सहित सदन के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इसके साथ ही राज्यसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या 80 हो गयी है।
इससे पहले सपा के ही उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर पार्टी और उच्च सदन की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गये थे। इस सीट पर हुये उपचुनाव में भाजपा द्वारा शेखर को ही उम्मीदवार बनाये जाने के बाद वह इस सीट के लिये चुने गये। नागर 15वीं लोकसभा के सदस्य रहने के अलावा 1998 से 2009 तक उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य भी रहे।