कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को किसानों के मुद्दे पर भाजपा सरकार पर हमला बोला। प्रियंका गांधी लगातार मोदी और योगी सरकार पर हमला कर रही हैं।
प्रियंका ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा सरकार के लोग सच से इतना डरते क्यों हैं? भाजपा सरकार में किसान लगातार आत्महत्या कर रहे हैं। लेकिन भाजपा सरकार ने किसानों की समस्या सुलझाने की बजाय किसान आत्महत्या की रिपोर्ट से छेड़छाड़ करना और उसे दबाकर रखना ज़्यादा सही समझा।
अर्थव्यवस्था की स्थिति पर भारत सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि देश में सत्ता पर काबिज लोग अपने में ही मस्त हैं, जबकि आम लोग हर मोर्चे पर त्रस्त हैं।
प्रियंका ने ट्वीट किया, ‘‘देश में अर्थव्यवस्था की हालत एकदम पतली है। सेवा क्षेत्र औंधे मुंह गिर चुका है। रोजगार घट रहे हैं। शासन करने वाला अपने में ही मस्त है, जनता हर मोर्चे पर त्रस्त है।’’ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अमेरिका में कार्यक्रम कर रहे हैं जबकि अमेरिकियों ने वहां काम करने की इच्छा रखने वाले भारतीयों को एचबी1 वीजा की संख्या कम कर दी है।
प्रियंका ने एक और ट्वीट किया, ‘‘भाजपा सरकार से यह सवाल तो सबको पूछना चाहिए कि उसके कार्यकाल में किसकी भलाई हो रही है। प्रधानमंत्री जी अमेरिका जाकर अपना ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम तो कर आए लेकिन अमेरिका ने वहां काम करने की इच्छा रखने वाले भारतीय लोगों के एच-1बी वीजा खारिज करने में बढ़ोतरी कर दी।’’
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि विदेश जाकर दावा करना कि ‘सब कुछ ठीक है’ का मतलब यह नहीं कि सब कुछ ठीक होगा। कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने ट्वीट किया, ‘‘ विदेशों में जाकर ‘सब चंगा सी’ : सब कुछ ठीक : कहने से सब ठीक तो नहीं हो जाएगा। कहीं से भी रोजगार बढ़ने, नए रोजगार पैदा होने की खबर नहीं आ रही। नामी गिरामी कम्पनियों ने लोगों को निकालना शुरू कर दिया है। चंगा सी बोलने वाले हैं एकदम चुप सी। क्यों? #मंदीकीमार।’’
उन्होंने ट्वीट के साथ उस खबर को भी साझा किया जिसमें इंफोसिस द्वारा कर्मचारियों को निकालने की जानकारी दी गई है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत सितंबर में अमेरिका के ह्यूस्टन में ‘ हॉउडी मोदी’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि था कि अगर आप मुझसे पूछेंगे कि हॉउडी मोदी तो मेरा जवाब है कि ‘भारत में सब कुछ अच्छा है’।