कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला बोला है। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), एनसीआर सहित कई मुद्दे पर सरकार पर हमला किया है।
संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन और अर्थव्यवस्था में सुस्ती को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि देश के युवा इस सरकार के सामने मैदान में डटे रहेंगे।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ क्रोनोलोजी समझिए आप। पहले वो आपसे दो करोड़ नौकरियों का वादा करेंगे, फिर वो सरकार बनाएंगे, फिर वो आपके विश्वविद्यालयों को बर्बाद करेंगे, फिर वो देश का संविधान बर्बाद करेंगे, फिर आप प्रदर्शन करेंगे, फिर वो आपको “फूल” बोलेंगे।’’ प्रियंका ने कहा कि इसके बावजूद यंगिस्तान मैदान में डटा रहेगा। गौरतलब है कि कांग्रेस संशोधित नागरिकता कानून को ‘असंवैधानिक’ करार दे रही है। इसे और अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर वह सरकार पर लगातार हमले बोल रही है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को संविधान की मूल आत्मा के खिलाफ करार देते हुए दावा किया कि जनता की आवाज दबाने के लिए सरकार द्वारा तानाशाही का तांडव हो रहा है उन्होंने यह आरोप लगाया कि नागरिकता कानून और एनआरसी के नाम पर गरीब लोगों को प्रताड़ित किया जाएगा।
जनता की आवाज दबाने के लिए देश में तानाशाही का तांडव हो रहा है। एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून भारत के संविधान के मूल आत्मा के खिलाफ है। यह देश की गरीब जनता के खिलाफ है। '' उन्होंने दावा किया, "किसी भी कीमत पर बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान पर हमला नहीं होने दिया जाएगा। जनता इस हमले के खिलाफ सड़क पर उतर कर संविधान के लिए लड़ रही है लेकिन सरकार बर्बर दमन और हिंसा पर उतारू है।"
प्रियंका ने कहा, ''भाजपा सरकार ने जैसे नोटबन्दी में गरीबों को लाइन में खड़ा किया था अब एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून के नाम पर लोगों को लाइन में खड़ा करेगी, एक ‘कट ऑफ डेट’ तय करेगी और हर एक भारतीय को अपनी भारतीयता सिद्ध करने के लिए उस डेट के पहले का कोई मान्य दस्तावेज पेश करना पड़ेगा। इससे ज़्यादातर गरीब और वंचित लोगों को प्रताड़ित किया जाएगा। ''
उन्होंने कहा, '' देश के तमाम हिस्सों से छात्रों, बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, वकीलों और पत्रकारों की अवैध रूप से गिरफ्तारियां निंदनीय हैं। पूरे देश समेत उत्तर प्रदेश के हर जिले से लोगों को गिरफ्तार करके पुलिस कहां ले जा रही है, किसी को पता नहीं है। यह लोकतंत्र के लिए काला दिन है।"