मध्य प्रदेश में सियासी घमाशान: ज्योतिरादित्य सिंधिया पीएम मोदी और अमित शाह से मिले, कांग्रेस से नहीं कर रहे हैं संपर्क
By अनुराग आनंद | Updated: March 10, 2020 11:42 IST2020-03-10T11:42:32+5:302020-03-10T11:42:32+5:30
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सोमवार रात संवाददाताओं से कहा था कि वह ज्योतिरादित्य सिंधिया से बात करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनको सफलता नहीं मिल रही है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया (फाइल फोटो)
मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ आज सुबह दिल्ली में मुलाकात की। इसके बाद यह कयास लगाया जा रहा है कि जल्द ही ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
एनडीटीवी खबर के मुताबिक, इसके पहले सोमवार रात को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने संवाददाताओं से कहा था कि वह कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन वह उनसे बात नहीं कर पा रहे हैं। श्री सिंह ने कहा, "हमने सिंधिया जी (ज्योतिरादित्य सिंधिया) से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कहा जा रहा है कि उन्हें स्वाइन फ्लू है, इसलिए उनसे बात नहीं हो पाई है।"
बता दें कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ-सरकार को भारी संकट का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि श्री सिंधिया के वफादार 17 विधायकों ने सोमवार को भाजपा शासित कर्नाटक के लिए एक चार्टर्ड में उड़ान भरी थीं। कर्नाटक जाने वाले विधायकों में से करीब आधा दर्जन कमलनाथ सरकार के मंत्री भी हैं।
अभी की बात करें तो 230 सदस्यीय विधानसभा में 116 के बहुमत के निशान से सिर्फ चार विधायक ज्यादा कमलनाथ सरकार के पास हैं। अभी 114 विधायक कांग्रेस से, दो बसपा से, एक समाजवादी पार्टी से और चार निर्दलीय सरकार के पक्ष में हैं। लेकिन, अब जो स्थिति बनी है उसमें सरकार पर ज्यादा खतरा मंडराते दिख रहा है। वहीं, भाजपा के पास 107 विधायक हैं और वर्तमान में दो सीटें खाली हैं। यदि 17 विधायकों, जो कर्नाटक में हैं वो इस्तीफा देकर बाहर निकल गए, तो कांग्रेस कर्नाटक के बाद से अपना दूसरा राज्य खो देगी।