रामलीला मैदान में अरविंद केजरीवाल ने तीसरी बार शपथ ली। सीएम केजरीवाल के साथ छह मंत्रियों ने भी शपथ ली। विपक्ष को कोई भी नेता शपथ ग्रहण समारोह में नहीं पहुंचा। कहा जा रहा है कि शायद किसी को न्योता ही नहीं दिया गया।
भाजपा की ओर से रोहिणी से विधायक चुनकर आएं विजेंद्र गुप्ता पहुंचे। लेकिन भाजपा विधायक ने आरोप लगाया कि उन्हें बैठक की जगह नहीं मिली। पूरे कार्यक्रम में परिवारवाद की झलक देखने को मिली। विजेंद्र गुप्ता ने ट्वीट कर कहा कि सरकार के 2 करोड़ रुपये खर्च से भव्य शपथ ग्रहण समारोह आम आदमी पार्टी का राजनीतिक कार्यक्रम बनकर रह गया। पूरे देश के विपक्ष का एक मात्र सदस्य जो नैतिक ज़िम्मेदारी समझ शपथ ग्रहण में पहुंचा। ना सीट मिली, ना गाड़ी की पार्किंग। दिल्ली पुलिस की मदद से मिंटो ब्रीज खड़ी अपनी कार तक पहुंचा।
इसके साथ सीएम केजरीवाल, कांग्रेस की शीला दीक्षित के बाद दिल्ली के सीएम पद की शपथ लेने वाले दूसरे नेता बन गए। केजरीवाल ने तीसरी बार शपथ ली। हालांकि, केजरीवाल अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में करीब-करीब पूरा विपक्ष गायब रहा। वहीं बीजेपी के नेता और रोहिणी विधानसभा से चुने गए विधायक विजेंद्र गुप्ता ही शपथ ग्रहण समारोह में नजर आए। इस दौरान उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी में भी परिवारवाद सिर चढ़कर बोल रहा है।