मध्य प्रदेश: पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा- राशन नहीं है, लेकिन शराब की दुकानें खोल रही सरकार
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: May 3, 2020 23:16 IST2020-05-03T23:16:11+5:302020-05-03T23:16:11+5:30
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार को शिवराज सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा प्रदेश में राशन नहीं है, लेकिन सरकार शराब की दुकानें खोल रही है. लोगों को राशन दुकानों पर परेशान होते देखा जा सकता है.

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ। (फाइल फोटो)
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार को शिवराज सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा प्रदेश में राशन नहीं है, लेकिन सरकार शराब की दुकानें खोल रही है. लोगों को राशन दुकानों पर परेशान होते देखा जा सकता है. उन्होंने कहा कि उपचुनाव में यह तय हो जाएगा कि मध्य प्रदेश की जनता क्या चाहती है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए यह बात कही.
उन्होंने कहा कि 15 साल बाद हमारी सरकार 15 महीने के लिए बनी. इसमें साढ़े बारह महीने तक ही हमें काम करने का मौका मिला. हमने 22 लाख किसानों का कर्ज माफ किया. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय प्रदेश में राशन की दुकानें नहीं चल रही है. राशन नहीं है, लेकिन शराब की दुकानें चलाई जा रही है. उन्होंने कहा कि 24 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, हमें जनता पर भरोसा है, दोबारा हमारी सरकार जनता बनवाएगी. उन्होंने दावा किया कि उपचुनाव में 20 से ज्यादा सीटों पर कांग्रेस को विजय हासिल होगी.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने लोकसभा चुनाव के बाद ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला लिया था और राष्ट्रीय नेतृत्व को बता भी दिया था. राष्ट्रीय नेतृत्व जो भी फैसला लेंगी, वे उसे स्वीकार करेंगे. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष को लेकर उन्होंने कहा कि इस बात का फैसला भी राष्ट्रीय अध्यक्ष को ही लेना है. उन्होंने कहा कि मुझे राजनीति का 40 साल का अनुभव है लेकिन सौदेबाजी का अनुभव नहीं था, इसलिए मेरी सरकार गिर गई. जो विधायक बेंगलुरु में थे उन्होंने भी मुझसे एक-एक करके बात की.
उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह हमारे बारे में जो भी दावा करते हैं उसके बारे में आरटीआई लगाकर जानकारी मंगवाएं. यह लोग मुंह चलाने की राजनीति करते हैं. जो 22 विधायक इस्तीफा देकर गए हैं उनके बारे में जनता क्या कह रही है, आप पता लगाइए इन लोगों की क्या हालत हो गई है.
उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना के संक्रमण की टेस्टिंग बहुत कम हो रही है. यह समस्या सिर्फ शहरों के साथ साथ गांव और कस्बों में भी है. उन्होंने कहा कि हमने 28 जनवरी से ही कोरोना वायरस के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी, तब कोरोना को पैनडेमिक घोषित नहीं किया गया था. भाजपा सरकार ने तो 23 मार्च तक संसद चलाया. हमने आईफा भी रद्द कर दिया. भाजपा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना का मजाक उड़ाया था. उन्होंने कहा कि अब भी दूसरे राज्यों से आ रहे मजदूरों में संक्रमण का खतरा है. सरकार को जिस तरह के ऐतियात बरतने चाहिए वह नहीं बरत रही है. ये मजदूर जब अपने गांव जाएंगे, तब क्या होगा.
दिग्विजय सिंह से पहले जैसे संबंध
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि दिग्विजय सिंह से जैसे पहले संबंध थे वैसे ही आज संबंध है. यह संबंध हमेशा ऐसे ही रहेंगे. मुझे कोई नई टीम बनाने की जरूरत नहीं है. गौरतलब है कि कि पिछले दिनों एक बयान वायरल हुआ था, जिसमें कमलनाथ से दिग्विजय सिंह को लेकर यह कहा था कि उन्होंने कहा था कि विधायक कांग्रेस छोड़कर नहीं जाएंगे. मैं सिंह को बात को सही मान रहा था. हालांकि बाद में उन्होंने इस बात का खंडन भी किया कि उन्हें और दिग्विजय सिंह को यह बताया जा रहा था कि कांग्रेस विधायक पार्टी छोड़कर नहीं जाएंगे.