मध्य प्रदेश: श्रेय लेने की होड़ में भिड़े बीजेपी के पार्षद-विधायक, बीच-बचाव में कूदे सांसद
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: July 8, 2018 03:44 PM2018-07-08T15:44:50+5:302018-07-08T15:55:11+5:30
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के करीब आते ही भाजपा के भीतर चल रही अंतर्कलह निकलकर सामने आने लगी है। स्थिति यह है कि भाजपा के जनप्रतिनिधि स्वयं आपस मे भिड़ने लगे हैं। ऐसा ही कुछ आज रविवार को देखने को मिला कोलार के वार्ड 83 में।
भोपाल, 8 जुलाई (रिपोर्ट-मुकेश मिश्रा)। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के करीब आते ही भाजपा के भीतर चल रही अंतर्कलह निकलकर सामने आने लगी है। स्थिति यह है कि भाजपा के जनप्रतिनिधि स्वयं आपस मे भिड़ने लगे हैं। ऐसा ही कुछ आज रविवार को देखने को मिला कोलार के वार्ड 83 में। जहां क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा और भोपाल सांसद आलोक संजर निर्माण कार्य का भूमिपूजन करने पहुंचे थे।
जबकि निर्माण कार्य का भूमिपूजन क्षेत्रीय पार्षद मनफूल मीणा द्वारा पहले ही किया जा चुका है। पार्षद निधि से निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसका श्रेय लेने के लिए विधायक दोबारा भूमिपूजन करने पहुंचे थे। इसको लेकर पार्षद, विधायक और सांसद आपस मे भीड़ गए। गाली गलौज के साथ शुरू हुए विवाद में हाथपाई की नौबत भी आ गई।
पार्षद पति श्यामसिंह मीणा कह रहे हैं कि मैंने 20 लाख रुपये खर्च करके विधायक बनवाया है,लेकिन विधायक ने मेरे खिलाफ मामले दर्ज करवाये हैं। इस पूरे घटनाक्रम में सांसद आलोक संजर श्यामसिंह मीणा को समझाते हुए दिख रहे हैं। घटना रविवार सुबह की है जब विधायक रामेश्वर शर्मा सांसद आलोक संजर के साथ वार्ड 83 में निर्माण कार्य का भूमिपूजन करने पहुंचे थे।
श्यामसिंह मीणा पहले से अपने समर्थकों के साथ मौके पर मौजूद थे। जैसे ही विधायक और सांसद पहुंचे श्यामसिंह मीणा ने भाजपा के नारे लगाए ,जैसे ही रामेश्वर शर्मा गाड़ी से उतरकर भूमिपूजन करने के आगे बड़े श्यामसिंह मीणा व उनकी पत्नी मनफूल मीणा ने अपने समर्थकों के साथ उन्हें रोक दिया और पार्षदनिधि से होने वाले निर्माण कार्य का भूमिपूजन करने से मना कर दिया।
इस दौरान सांसद ने भी बहुत समझाने की कोशिश की लेकिन पार्षद पति की जिद के आगे उनकी एक न चली। विरोध को बढ़ता देख विधायक रामेश्वर शर्मा और सांसद आलोक संजर को बिना भूमिपूजन के लौटना पड़ा। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।