नई दिल्ली, 31 जुलाईः लोकसभा चुनाव 2019 में संयुक्त विपक्ष का सपना देख रही कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में एक बड़ी जीत मिली है। एनडीटीवी की एक खबर के मुताबिक उत्तर प्रदेश में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (एसपी), बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) में आपसी सहमति बन गई है। ये सभी चार पार्टियां आगामी लोकसभा चुनाव में एक साथ आकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ मैदान उतरेंगी।
उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह मायावती और अखिलेश यादव ने अपने पार्टी के पदाधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक कर के यह तय कर लिया था कि महागठबंधन पर जल्द फैसला कर लिया जाए। अब यह खबर आ रही है कि इन सभी चार पार्टियों ने आपसी सहमति बना ली है। पहले पार्टियों में सीटों के बंटवारे को लेकर जद्दोजहद चल रही थी। लेकिन यह मसला भी सुलझा लिया गया है।
ऐसे होगा महाठबंधन में यूपी की सीटों का बंटवारा
जैसा कि अंदाजा लगाया जा रहा था कि आगामी चुनावों में मायावती काफी मजबूती से उभरेंगी, वही हुआ। जानकारी के अनुसार यूपी की 80 सीटों में मायावती को 40 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करने की अनुमति मिलेगी। जबकि एसपी यानी अखिलेश के 30 उम्मीदवार ही मैदान में होंगे। वहीं राहुल गांधी की अमेठी व सोनिया गांधी की रायबरेली समेत कांग्रेस को प्रदेश की कुल 8 सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा। जबकि कैराना में खुद को साबित कर चुकी चौधरी अजित सिंह की पार्टी आरएलडी को दो सीटों पर चुनाव लड़ने का मौका लगेगा।
यहां एक चौंकाने वाली बात यह है बीएसपी पिछले लोकसभा चुनाव में एक सीट भी नहीं जीत पाई थी। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व में राष्ट्रीय प्रजातांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने 73 सीटें जी थीं। इनमें केवल बीजेपी को 71 सीटें मिली थीं। लेकिन इसी साल के शुरुआती महीनों में गोरखपुर-फूलपुर और कैराना के उपचुनावों में एसपी-बीएसपी के गठबंधन में बीजेपी को जबर्दस्त हार दी थी।